सरिया : प्रदेश में लगातार हो रही लगातार बारिश के कारण महानदी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है .हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गए हैं। वहीं तटवर्ती इलाके के गांव में पानी प्रवेश कर गया है। पानी का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
प्रशासन प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे हैं। नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ अंतर्गत महानदी के किनारे स्थित ग्रामों में कल दोपहर से ही महानदी का जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है। महानदी में आई भीषण बाढ़ के कारण हजारों एकड़ धान, सब्जी फसले जलमग्न हो गई हैं।
प्रदेश के अंतिम छोर में स्थित पोरथ का प्रसिद्ध स्वयंभू शिव मंदिर जलमग्न हो गया है। ग्रामीणों के अनुसार महानदी का जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है। विदित हो कि अगस्त सितम्बर माह में दो बार महानदी में भीषण बाढ़ के कारण ग्रामीण को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। किसान अभी खेतों में धान की फसल लगाए हुए हैं। फसल आने वाला था कि बाढ़ के कारण खेत जल मग्न हो गए हैं। किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। विदित हो कि छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर पर में स्थित ग्राम ठेंगागुडी, बोरिदा, तोरा, लिप्ती, नदीगांव, पररामपुर, सुरसी, सूरजगढ़, कोर्रा, पोरथ, सहित अनेक ग्रामों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
बताया जाता है कि महानदी का पानी उड़ीसा के हीराकुड डैम में प्रवेश करता है। लेकिन 15 अगस्त के बाद हीराकुंड डैम का गेट बंद होने के कारण बाढ़ का पानी छत्तीसगढ़ में कई दिनों तक रहता है। ऐसी स्थिति में खेत में बाढ़ का पानी भरा होने से फसल नुकसान की स्थिति होती है। पिछले बार भी महानदी में बाढ़ आने से फसल को भारी नुकसान हुआ था।
Comments