रायपुर : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण राजधानी समेत प्रदेशभर में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। शासकीय और और निजी स्वास्थ्य संस्थानों में शरीर दर्द और बुखार की समस्या लेकर मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें बड़ों के साथ बच्चे भी शामिल हैं। पहले वायरल फीवर दो-तीन दिनों में ठीक हो जाता था, लेकिन अब पांच-छह दिन या हफ्तेभर का समय लग रहा है।
वायरल का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक व्यक्ति को वायरल फीवर होने पर पूरा परिवार संक्रमित हो जा रहा है। बीमार पड़ने पर शरीर का तापमान 104 डिग्री तक पहुंच जा रहा है, जिससे पीड़ितों को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। आंबेडकर अस्पताल और जिला अस्पताल का मेडिसिन और पीडियाट्रिक वार्ड भरा हुआ है।
डाक्टरों का कहना है कि मानसून में खराब मौसम और नमी का स्तर बैक्टीरिया, वायरस, फंगस के पनपने व फैलने के लिए आदर्श वातावरण बनाते हैं। वायरल फीवर के वायरस एक सीजन में तीन से चार बार स्वरूप बदलते हैं। चार-पांच वर्षों में वायरस का नया स्वरूप देखने को मिलता है। अस्पताल पहुंचने वाले ज्यादातर लोगों में शरीर में दर्द और बुखार की शिकायत है। ऐसे लोगों को इलाज के लिए भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही है।
डेंगू मरीजों का तापमान पहुंच रहा 106 डिग्री तक
राजधानी समेत प्रदेशभर में डेंगू मरीजों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेशभर में डेंगू के अब तक 645 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें रायपुर के 25 शामिल हैं। रायगढ़ जिले में सबसे अधिक 267 और दुर्ग जिले में 197 केस मिले हैं। लेकिन, इससे ज्यादा मरीज होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की सही जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं मिल पा रही है। डेंगू के मरीजों के शरीर का तापमान 106 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। ऐसे मरीज आंबेडकर अस्पताल में भर्ती हैं।
वायरल फीवर के लक्षण
पसीना आना, शरीर में दर्द, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, थकान और कमजोरी, भूख में कमी, डीहाइड्रेशन और जी मिचलाना यह हैं कारण: तापमान में उतार-चढ़ाव, दूषित भोजन और पानी का सेवन करना। किसी संक्रमित व्यक्ति के स्पर्श या भोजन के माध्यम से संपर्क में आना। किसी संक्रमित व्यक्ति के वायरस युक्त ड्रापलेट को इन्हेल करना आदि।
यह बरतें सावधानी
वायरल फीवर के दौरान पूरी तरह से आराम करें, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं, तेज बुखार होने पर डाक्टर से संपर्क करें, स्वस्थ और हल्का भोजन करें, व्यक्तिगत और आसपास की स्वच्छता बनाए रखें।
डेंगू और वायरल फीवर की मरीज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। वायरल फीवर के मरीजों के शरीर का तापमान 104 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। - डा. आरएल खरे, चिकित्सक, मेडिसिन विभाग, आंबेडकर अस्पताल
वायरल फीवर से ग्रसित बच्चे लगातार पहुंच रहे हैं। बच्चों को भर्ती करने के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था की गई है। - डा. निलय मोझरकर, चिकित्सक, शिशु रोग, जिला अस्पताल
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