रायपुर : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में बीते माह की तुलना में सितंबर में 70 प्रतिशत वायरल फीवर के मरीजों में बढ़ोतरी हुई है।
मेडिसिन विभाग में रोजाना औसतन 450 मरीज पहुंच रहे हैं, जिसमें से 30 प्रतिशत वायरल फीवर के शामिल हैं। इनमें बड़ों के साथ बच्चे भी शामिल हैं। दो से तीन दिन शरीर दर्द और बुखार होने पर डाक्टर मरीजों की डेंगू जांच भी करा रहे हैं। आंबेडकर के अलावा जिला अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और निजी स्वास्थ्य संस्थानों में भी वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैं।
वायरल फीवर के ठीक होने में भी सप्ताहभर का समय लग रहा है। संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। एक व्यक्ति को वायरल फीवर होने पर पूरा परिवार संक्रमित हो जा रहा है। कुछ मरीजों को भर्ती करने की भी जरूरत पड़ रही है।
डाक्टरों का कहना है कि मानसून में खराब मौसम और नमी का स्तर बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के पनपने और फैलने के लिए आदर्श वातावरण बनाते हैं। पसीना आना, शरीर में दर्द, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, थकान व कमजोरी, भूख में कमी, डिहाइड्रेशन और जी मिचलाना आदि वायरल फीवर के लक्षण हैं।
वायरल के दौरान यह बरतें सावधानी
-वायरल फीवर के दौरान पूरी तरह से करें आराम
-संक्रमित व्यक्ति से बनाएं दूरी, मास्क का करें इस्तेमाल
-तेज बुखार होने पर डाक्टर से संपर्क करें
-व्यक्तिगत और आसपास की स्वच्छता बनाए रखें
डेंगू का खतरा बरकरार
राजधानी समेत प्रदेशभर में डेंगू मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। आंबेडकर अस्पताल में रोजाना मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 सितंबर तक प्रदेशभर में डेंगू के 733 मरीज मिल चुके हैं। हालांकि, यह आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है। डाक्टरों का कहना है कि डेंगू होने पर रोगियों को बुखार, सिर दर्द, आंखों में जलन, गले में सूजन और जलन, हड्डियों में जोर का दर्द, गर्दन में ऐंठन, सांस लेने में परेशानी आदि होते हैं। इस दौरान मरीज का बदन टूटने लगता है। ऐसा तीन से पांच दिनों तक महसूस होता है।
ड्रोन से होगा छिड़काव
रायगढ़ जिले में डेंगू बेकाबू होने लगा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दो दिन की जांच में वहां 75 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। तीन दिन पहले प्रकरण साढ़े तीन सौ के पार होने के बाद राजधानी से चिकित्सकों की दो सदस्यीय टीम जांच के लिए गई है। जांजगीर जिले से एक कंसल्टेंट की नियुक्ति वहां काफी समय पहले कर दी गई थी। डेंगू के प्रकोप को कम करने के लिए रायगढ़ के प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन से शुक्रवार को बीटीआइ पाउडर का छिड़काव किया जाएगा। रायगढ़ जिले में डेंगू के करीब 400 मरीज मिल चुके हैं। जबकि, दुर्ग में 201 और रायपुर में 25 मरीज रिपोर्ट हुए हैं। राहत की बात है कि अभी तक डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई है।
ड्रोन से छिड़काव किया जाएगा
रायगढ़ में डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों की दो सदस्यीय टीम जांच के लिए भेजी गई है। प्रभावित क्षेत्रों का चिह्नांकन कर लिया गया है। मच्छरों की रोकथाम के लिए ड्रोन से छिड़काव किया जाएगा। प्रदेश में पहली बार ऐसा किया जा रहा है।
डा. सुभाष मिश्रा, संचालक, महामारी रोकथाम
मास्क का करें इस्तेमाल
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और मास्क का इस्तेमाल करें। डेंगू के मरीज भी पहुंच रहे हैं, हालांकि इसमें कुछ कमी आई है।
डा. वाय मल्होत्रा, चिकित्सक, मेडिसिन विभाग, आंबेडकर अस्पताल
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