ईरान की महिला पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता नर्गिस मोहम्मदी (Narges Mohammadi) को शांति का नोबेल प्राइज देने का ऐलान हुआ है. मोहम्मदी 2016 से जेल में बंद हैं.
उन्हें ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष और मानवाधिकारों के प्रोत्साहन की दिशा में काम करने के लिए ये प्राइज दिया गया है. 2016 में सुनाई गई 16 साल की सजा
नरगिस मोहम्मदी को 5 मई 2015 को गिरफ्तार किया गया था. उनके खिलाफ 'राष्ट्रीय सुरक्षा के विरोध में होने वाले जमावड़े और साजिश में शामिल होने' का आरोप लगाया गया था. उन पर राज्य के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया गया था.
दरअसल नरगिस मोहम्मदी 'स्टेप बाय स्टेप टू स्टॉप द डेथ पेनल्टी' ग्रुप का हिस्सा थीं, जो ईरान में मौत की सजा दिए जाने के विरोध में काम करता था. अब इस ग्रुप पर बैन लगा दिया गया है. 2015 में नरगिस को 16 साल की सजा सुनाई गई थी.
Comments