दुर्ग : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के घोटालेबाजों को बचाने की पुरजोर कोशिश करने लगे हैं। भाजपा के जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने पीएससी घोटाले में कांग्रेस सरकार की संलिप्तता बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एक जगह कहते हैं कि पीएससी घोटाले के संबंध में उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है और शिकायत मिलने पर जांच कर कार्रवाई करेंगे। दूसरी तरफ सक्ती जिला के कार्यक्रम में दावा करते हैं कि पीएससी में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब मुख्यमंत्री पहले यह बताएं कि क्या सरकार ने पीएससी की गड़बडिय़ों को लेकर किसी जांच की घोषणा की है? जब जांच हो ही नहीं रही है तो दोषी कौन पाए जाएंगे? रही बात शिकायत मिलने की, तो मामला हाइकोर्ट तक पहुंच चुका है, मीडिया में गड़बडिय़ों के कई किस्से आ चुके हैं। इसके बाद उन्हें किससे और कैसी शिकायत का इंतजार है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री और कांग्रेस पीएससी घोटाले को ठंडे बस्ते में डालकर रफादफा कर दोषियों को बचाने का प्रयास ही कर रहे हैं।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि पीएससी का परिणाम आने के बाद ही यह सच्चाई सबके सामने आ गई थी कि सरकारी भर्ती में पैसा और भाई भतीजावाद का बोलबाला है। मुख्यमंत्री से जब पत्रकारों और भाजपा ने सवाल किया तब भूपेश बघेल ने इस विषय को हल्के में लिया था, इस कारण भी प्रदेश की भूपेश सरकार के द्वारा ठगे गए लाखों युवा अक्रोशित हैं। इस बात पर जब उच्च न्यायालय ने चिंता जताई तब भी भूपेश सरकार ने सीजीपीएससी की गड़बडिय़ों की जांच करने की कोई घोषणा नहीं की। वे कहते रहे, कोई शिकायत उन्हें गड़बड़ी की प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में लोक सेवा आयोग में हुई गड़बडिय़ों के बारे में बात की और दोषियों को भाजपा सरकार के द्वारा दंडित किए जाने का ऐलान किया, तब कहीं जाकर मुख्यमंत्री भी दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कहने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल और बड़ी संख्या में कांग्रेसी घोटाले, घपले में इस कदर फंसे हुए हैं कि उनके द्वारा दोषियों को दंडित करने की बात कहना शोभा नहीं देता, जो मुख्यमंत्री अपने नेता राहुल गांधी के सामने पीएससी घोटाले को झुठला दे वह इस मामले में क्या जांच कराएंगे? ऐसा लगता है मानो अगर पीएससी घोटाले की जांच हुई तो लपेटे में मुख्यमंत्री और पूरी सरकार आएगी। इस भय से भूपेश बघेल जांच की घोषणा नहीं कर रहे हैं। भाजपा लगातार यह मांग कर रही है कि अगर सरकार सचमुच में दोषियों का पता लगाना चाहती है तो इस मामले की जांच सीबीआई को तत्काल सौंप देना चाहिए। लेकिन भूपेश सरकार में ऐसा करने की हिम्मत नहीं है।
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