भानुप्रतापपुर : भानुप्रतापपुर विधानसभा चुनाव में इस बार त्रिकोणी मुकाबला होने के आसार दिखाई दे रहा है। प्रदेश में 15 साल से भाजपा वही 5 साल कांग्रेस सरकार को आम जनता देख चुकी है। इन 20 वर्षों में भ्रष्टाचार, घोटाले जैसे कई मुद्दे सामने आई है। इस बार अधिकांश जनता बदलाव के मूढ़ में दिखाई दे रहा है, दिल्ली व पंजाब सरकार के स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य कामकाज को लोग काफी सराह रहे है। ऐसे में अब तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी का नाम सामने आ रही है। खासकर स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, रोजगार जैसे उनके घोषणा पत्र पर लोग सराहना करते हुए काफी उम्मीद जता रहे है। वही आप की लोकप्रियता से निश्चित तौर से आगामी चुनाव में भाजपा व कांग्रेस के वोटबैंक में कटौती हो सकती है।
बहरहाल विधानसभा चुनाव अब कुछ दिन ही शेष रह गई है। समय को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा लगभग दो से तीन दिनों के अंतराल में आचार सहिता लगा सकती है। भाजपा एवं कांग्रेस अभी तक अपने उम्मीदवार घोषित नही किया है। जबकि आम आदमी पार्टी के द्वारा कोमल हुपेंडी को भानुप्रतापपुर विधानसभा से विधायक प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है। हालांकि कांग्रेस से वर्तमान विधायक सावित्री मनोज मंडावी पहले नंबर पर है, तो दूसरे नम्बर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव व ललित नरेटी का नाम सामने आ रही है। वैसे ही भाजपा से गौतम उयके तो दूसरे नम्बर पर परमानंद तेता व तीसरे नम्बर पर हेमेंद्र बंटी ठाकुर उम्मीदवार हो सकते है।
भानुप्रतापपुर व दुर्गुकोंदल ब्लाक के कई ग्रामो में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं से चर्चा किया गया जहां पर अधिकांश मतदातओं ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा एवं कांग्रेस सरकार को देखते आ रहे है, ये केवल एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाकर अपने आप को जनता का हितैषी सरकार बताते रही है। वास्तव में जिसे भी मौका मिला भ्रष्टाचार एवं घोटाले ही किये है। छत्तीसगढ़ राज्य बने हुए आज 22-23 वर्ष बीत चुका है, लेकिन आज भी भानुप्रतापपुर विधानसभा के अंदुरूनी गावो में मूलभूत जैसे समस्याओं से लोग जूझ रहे है। आज भी क्षेत्र के कई गांवों में बिजली नहीं पहुंची है। लोगो के पास सरकार बनाने के लिए भाजपा कांग्रेस छोड़कर कोई विकल्प नही था लेकिन इस बार तीसरा विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी प्रदेश के पूरे 90 विधानसभा सीटो से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। वही उनके जनहित कार्य के चलते दिल्ली एवं पंजाब में सरकार है, वहा के लोग खुश है। हम लोग भी इस बार आम आदमी पार्टी का समर्थन करेंगे। आप की घोषणा पत्र में मुक्त बिजली, निशुल्क बेहतर शिक्षा, निशुल्क बेहतर उपचार, भ्रष्टाचार मुक्त छत्तीसगढ़, वृहद रोजगार, इनके अलावा घोषणापत्र कई वायदे किये गए है। बहरहाल यह तो समय बताएगा कि प्रदेश में जनता किस पर अपना भरोसा दिखाती है। भौगोलिक, आर्थिक, राजनीतिक, यातायात सभी दृष्टि से अनुकूल भानुप्रतापपुर को जिला बनाने कि मांग वर्षो से उठ रही लिए लेकिन भाजपा एवं कांग्रेस सरकार केवल आश्वासन ही देते रहे इससे भी दोनों राष्ट्रीय पार्टी से लोगो में नाराजगी बनी हुई है।
जिला बनाने की मांग भी अधूरी
भानुप्रतापपुर को जिला बनाने की क्षेत्रवासियों की वर्षों पुरानी मांग आज तक अधूरी है। पिछले चुनाव में लोगों को उम्मीद थी कि कांग्रेस सरकार आने पर भानुप्रतापपुर को जिला बनाया जाएगा, इसके लिए पूर्व विधायक स्व. मनोज मण्डावी ने भी घोषणा की थी। उनकी मृत्यु पश्चात उप चुनाव में भी जिले का मुद्दा काफी गरमाया था। जिले की प्रमुख मांग को देखते हुए उनकी पत्नी सावित्री मण्डावी को अच्छा जनाधार मिला लेकिन फिर भी भानुप्रतापपुर जिला नहीं बनाया गया।
विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण आज बिना बिजली के रह रहे
ग्राम पंचायत घोठा के डोंगरीपारा 20 परिवार दो पीढ़ी से निवास कर रहे हैं। लेकिन यहां के ग्रामीण आज बिजली जैसी मूलभूत समस्या से जूझ रहे। गांव में बिजली न होने से कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे है। डोंगरी पारा के ग्रामीण शत्रुघन कावडे, प्यारेलाल कावडे जगदीश कोरेटी, धर्मसंकट कावडे, मगंऊ राम, मानदास कावड़े ने बताया कि गांव में बिजली न होने से शादी विवाह में भी दिक्कत आती है। गांव तक बिजली पहुंचाने की मांग को लेकर हम ब्लॉक मुख्याल एवं जिला मुख्यालय सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी मांग किये लेकिन आज तक गांव में बिजली नहीं पहुंची है। तीन साल पहले प्रशासन के द्वारा खानापूर्ति करने के लिए प्रत्यक घर में एक बल्ब जलने वाला एक सौर पैनल लगाया गया था, जिसे न टीवी चल पा रहा था न मोटर पंप, लेकिन वहां भी पिछले दो सालों से खराब पड़ा है। रामलाल कडियाम, जोहन कावड़े ने बताया कि राज्य में भुपेश बघेल की सरकार आई थी तो थोड़ा उमीद था कि गांव में बिजली पहुंचेगी लेकिन वहां भी आज चार साल बीत गया। जिस कारण कांग्रेस सरकार के प्रति भी नाराजगी जाहिर हो रही है।
बारिश होने पर छात्रों की हो जाती है अघोषित छुट्टी
खड़का, भुरका जलहुर से लगभग 20 बच्चे माध्यमिक व हाई स्कूल की पढ़ाई करने परवी आते हैं। लेकिन बारिश के दिनों में अघोषित छुट्टी हो जाती है। मंगहर्रा नाला के उस पार जलहूर, खड़का, भुरका क्षेत्र में केवल प्राथमिक स्तर की विद्यालय संचालित। माध्यमिक शाला और हाईस्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल पढ़ने के लिए बच्चों को इन मार्ग से होकर तीनों नाला पार कर आना होता है। इस स्थिति में बारिश के मौसम बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते। इसी कारण कई बच्चे पढ़ाई भी छोड़ देते हैं।
इस बार दो लाख मतदाता चुनेंगे अपना विधायक
भानुप्रतापपुर विधानसभा क्रमांक 80 पर मतदाता पर नजर डाले तो इस बार 2,02,826 मतदाता,266 मतदान केंद्र,, 11091 नए मतदाताओं के नाम फार्म 6 के माध्यम से जोड़े गए है वही 10643 मतदाताओं के नाम फार्म 7 के माध्यम से विलोपित किया गया है। बता दे कि इस बार 18-19 वर्ग के 9010 पंजीकृत मतदाता है वर्तमान में पुनरीक्षण के दौरान इस वर्ग के आयु के 3427 मतदाताओं के नाम जोड़े गए है। वही इस बार 18 से 22 वर्ष के 6578 मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।
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