सक्ती : भले ही आज हम आजाद देश में जी रहे हैं लेकिन आज भी देश के ग्रामीण अंचलों में खाप पंचायत और गौटियाईगिरी के तुगलकी फरमान और दबाव की वजह से कई गरीब और कमजोर वर्ग उनके फैसले के सामने घुटने टेक दे रहे हैं हालात ऐसे भी हो जा रहे हैं कि उनके फरमान सुन मौत को भी गले लगाने पर मजबूर हो रहे हैं मानो ऐसा लगता है कि खाप पंचायत और गौटियाईगिरी के सामने शासन प्रशासन कानून व्यवस्था भी घुटने टेक दे रहे हैं। ऐसा ही एक घटना सक्ति जिले के डभरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत साराडीह में देखने को मिला जहां गरीब युवक को गौटियाईगिरी और खाफ पंचायत के लाख रुपये अदा करने फैसले सुन युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली सक्ति जिले के डभरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत साराडीह निवासी श्याम लाल माली 23 वर्ष जो कि पेशे से मजदूरी और ड्राइवर का काम करता था बीते माह गांव के पूर्व सरपंच और गौटिया विमल नारायण दानी के ट्रेक्टर से नदी में फंसे रेत में फंसे एक ट्रैक्टर को निकालने के दौरान विमल नारायण दानी के टैक्टर में पानी घुस जाने के कारण कुछ समस्या आयी जिसपर ड्राइवर युवक श्याम लाल माली के ऊपर दबाव बनाया गया कि वो गाड़ी में हुए खर्चे को दे जिसकी लागत 1 लाख से अधिक बताया गया ।
चूंकि युवक गरीब परिवार से होने के कारण इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जाहिर की जिसपर पूर्व सरपंच विमल नारायण दानी द्वारा बीती रात एक बैठक बुलाई गई चूंकि पूर्व सरपंच गौटिया परिवार से व BJP नेता है जिसकी वजह से खाप पंचायत द्वारा पूर्व सरपंच के पक्ष में फैसला लेते हुए युवक को 1 लाख 20 हजार पूर्व सरपंच को देने का फैसला सुनाया क्योंकि युवक गरीब परिवार से था इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थ था उसने मिन्नत मांगी कहा कि वह पैसे को धीरे-धीरे करके चूका देगा लेकिन पूर्व सरपंच ने उसकी एक न सुनी इसके बाद से युवक कई घंटे से परेशान रहा जानकारी के अनुसार दिनांक 13 अक्टूबर को सुबह पूर्व सरपंच अपने साथियों के साथ युवक के घर पैसे लेने को भी पहुंचा धमकी भी इसके बाद से युवक घर से काम के बहाने निकला और पास के गांव सकरली के पास नदी किनारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को पता चली तो ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मृतक के परिजनों एवं पुलिस को दी पुलिस मौके में पहुंच कर पंचनामा कर फिलहाल के लिए परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है वहीं रात्रि होने की वजह से मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया जिसे दूसरे दिन सुबह किया जाना है।
घटना के बाद से पूर्व सरपंच के लोग परिजनों पर बना रहे दबाव
जैसे ही इस बात की जानकारी पूर्व सरपंच को मिली जिसके बाद से पूर्व सरपंच अपने आप को बचाने के लिए राजनीति करना शुरू करते हुए मृतक के परिजनों पर बयान बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है वहीं परिजनों को प्रलोभन भी दिया जा रहा है आपको बता दें कि पूर्व सरपंच अपनी रसूख और ऊपर पहुँच का धौस मृतक के परिजनों पर बना रहे हैं । वहीं पूर्व सरपंच बीजेपी से ताल्लुकात रखता है जिसकी वजह से बीजेपी नेता भी उसे बचाने के लिए एडी चोटी जोर लगा रहे हैं ।
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