प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर हमला बोला। भाजपा पर नक्सलियों के साथ साठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा झीरम घाटी में हुए हमले पर जांच नहीं चाहती।
रोकने के लिए भाजपा के नेता कोर्ट चले जाते हैं। उनके संबंध क्या हैं बताएं ? बतादें कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर 25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी में हुए एक नक्सली हमले में 29 नेता समेत अन्य मारे गए थे।
जोगी से हमारी तुलना नहीं : सीएम
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा रविशंकर प्रसाद वकील हैं, तर्क-वितर्क करते हैं, अजीत जोगी से हमारी तुलना नहीं की का जा सकती। तीन बार अजीत जोगी के कारण भाजपा सरकार में आई, हमने अजीत जोगी को बाहर किया और फिर हमें बड़ी जीत मिली। मुख्यमंत्री बघेल ने महादेव एप पर सवाल पर आरोप लगाया कि भाजपा की पार्टी केंद्र में बैठी हुई है और महादेव एप पर प्रतिबंध लगा सकती है। एक तरफ जो राजभवन में बैठे व्यक्ति के साथ उसकी फोटो है। न उसकी गिरफ्तारी हो रही है और न ही महादेव एप पर बैन लग रहा है। आनलाइन एप जुआ-सट्टे पर जीएसटी लगा रहे हैं। जो नई पीढ़ी है वह जुआ खेलते रहे यह षड्यंत्र रचा जा रहा है।
दम है तो झीरम का सच लाएं बाहर : भाजपा
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार कर कहा कि भूपेश पांच साल से इस प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उनको जांच करने से किसने रोका है। झीरम के बलिदानियों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। उनके सरकार में एक मंत्री जो कि उस समय विधायक थे वह स्टार्ट मोटर साइकिल से कैसे भागे थे। इस रहस्य से पर्दा उठाएं। कई बार भूपेश ने कहा था कि झीरम का सच मेरे कुर्ते की जेब में है। अगर दम है तो झीरम का सच बाहर लाएं और दोषियों पर कार्रवाई करें।
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