16 करोड़ की लागत से बन रहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट,ग्रामीणों में आक्रोश

16 करोड़ की लागत से बन रहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट,ग्रामीणों में आक्रोश

अमलीपदर:प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत घुमरापदर से खोखमा मार्ग पर,घुमरापदर से चिखली तक लगभग डेढ़ किमी लंबी अधूरे पेच का काम 8 माह बाद ठेका कम्पनी ने शुक्रवार से अचानक शुरू कर दिया। विभाग के इंजीनियर के गैर मौजूदगी में आनन फानन में शुरू हुए इस काम को लेकर ग्रामीण भी हैरान थे। ठेका कम्पनी मेसर्स फारूक वारसी के वर्कर ने शुक्रवार को डामरीकरण का लेयर बिछाया था,वह शनिवार को उखड़ना शुरू हो गया। आज ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। ग्राम सरपंच सोनाराम मांझी ने विभाग के एसडीओ कमलेश चंद्राकर को फोन लगाकर मौखिक शिकायत किया। काम बगैर किसी अफसर की मौजूदगी में हो रहा था,एसडीओ ने  नाजायज ठहराते हुए फोन पर ही काम रोकने का निर्देश दे दिया। कुछ घंटे काम बंद भी था लेकिन शाम साढ़े 5 बजते हो दोबारा शुरू कर दिया गया। ग्रामीण सुखदेव सोरी,जगबंधु विश्वकर्मा,देवनाथ मांझी ने बताया की इस कंपनी के द्वारा शुरू से ही घटिया काम किया जा रहा है।मूढगेलमाल,कोदोभाठा की सड़क के डामर पहली बारिश में उखड़ने लगा है। हमारे ग्राम क्षेत्र में गड़बड़ी शुरू के दी गई है,अफसरों की मौजूदगी में तय मापदंड में काम नहीं कराया गया तो सड़क जाम कर देंगे। एसडीओ कमलेश चंद्राकर ने बताया की काम रोकने कहा गया था,फिर से अगर काम चालू किया गया है,ओर गलत हो रहा है तो दोबारा कराया जाएगा।

न सड़क की सफाई,न प्राइमर मारा सीधे सील कोड:-तय मापदंड के मुताबिक सड़क डब्लू बी एम वर्क के बाद 7 इंच का डामर को दो अलग-अलग लेयर में बिछाने का प्रावधान है। ग्रेडिंग 1 बिटुमिन मैकडम यानी बी एम वर्क के तहत प्रीमिक्स कंक्रीट (पीएमसी) बिछाई जाती है।(पौन इंच गिट्टी के साथ डामर) फिर अच्छे से रोलिंग किया जाना होता है, इसकी थिकनेश 5 इंच का होना है। इसके ऊपर दूसरे चरण में 2 इंच डामर से कार्पेट लेयर का काम करना होता है,फिर सील कोड वर्क किया जाना है।लेकिन दो दिन से किए जा रहे डामर कार्य में सड़क की धूल की सफाई किए बगैर,बिना प्राइमर मारे सीधे 7 इंच का लेयर एक साथ बिछा दिया जा रहा है,इससे डामर की परते उखड़ने लगा है। मामले में इंजिनियर जितेंद्र चंद्राकर ने कहा की मुझे काम करने वालो ने बताया है की दोनो लेयर अलग-अलग किया गया है,चुनाव ड्यूटी में हु एसडीओ से बात कर लो।

लेट वर्क की पेनाल्टी लग चुकी है कंपनी को-2020 में कार्य का वर्क आर्डर जारी कर दिया गया था,जिसे 26 जून 2021 को ठेका कम्पनी एम एस फारूक वारसी को पुरा करना था। लेकिन इस अवधि में काम पुरा नहीं हुआ, 35 लाख की पेनाल्टी भरने के बाद इस काम को सितंबर 2023 तक पुरा करने की मियाद दोबारा दी गई। दूसरे टाइम लाइन में भी कंपनी ने काम पुरा नहीं किया।

You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे

Comments

  • No Comments...

Leave Comments