बड़ी खबर  :  भाजपा ने जाति के विरुद्ध बनाया प्रत्याशी, हाई कोर्ट पहुंचा मामला

बड़ी खबर : भाजपा ने जाति के विरुद्ध बनाया प्रत्याशी, हाई कोर्ट पहुंचा मामला

बिलासपुर :  सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो का टिकट विवादों में फंस गया है। बिहारीलाल तिर्की ने अधिवक्ता दिलमनी रति मिंज के माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। दरअसल, सीतापुर सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है, जबकि रामकुमार टोप्पो अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि टिकट पाने के लिए टोप्पो ने अपनी जाति छिपाई है।

याचिकाकर्ता ने यह भी कहा है कि शिकायत के बावजूद राज्य शासन, जिला स्तरीय प्रमाण पत्र सत्यापन समिति और उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति कोई भी इसकी जांच नहीं कर रही है। दरअसल, ग्रामसभा ने इस आशय का अब तक कोई प्रस्ताव पारित नहीं किया है कि रामकुमार टोप्पो या उनके पिता गणेशराम उराव जाति के हैं, जो अनुसूचित जनजाति में आती है। रामकुमार टोप्पो या उनके पिता गणेशराम की सामाजिक स्थिति पर ऐसे किसी भी स्पष्ट समाधान के अभाव में उनकी सामाजिक स्थिति के बारे में शीघ्र जांच की मांग याचिकाकर्ता ने की है । याचिकाकर्ता ने नियमों का हवाला देते हुए कहा है कि नियम 3(3)(ई)(xi) के तहत ऐसी अनिवार्य आवश्यकता को पूरा न करने के समान है क्योंकि नियम विशेष रूप से कहता है कि जहां जाति के प्रमाण में कोई दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है,स्पष्ट जांच की जानी चाहिए। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि इसकी शिकायत करने के बाद भी राज्य शासन व जिला स्तरीय प्रमाणपत्र सत्यापन समिति और उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति द्वारा जांच नहीं की जा रही है। जाति प्रमाणपत्र को जिला स्तरीय प्रमाणपत्र सत्यापन समिति या उच्च शक्ति प्रमाणन जांच समिति द्वारा सत्यापित किया जाना आवश्यक है।

भाजपा प्रत्याशी पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने और अपनी जाति छिपाने का आरोप लगाते हुए याचिकाकर्ता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका दायर करने के साथ ही शपथ पत्र भी जमा किया है।

ग्राम सभा को यह है अधिकार

छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (सामाजिक स्थिति प्रमाणीकरण का विनियमन) अधिनियम, 2013 के नियम 2 (1) (एन) के अनुसार, ग्राम सभा के संकल्प का अर्थ किसी भी घोषणा, निष्कर्ष, निर्णय या ग्राम का संकल्प. आवेदक की सामाजिक स्थिति के संबंध में उस गांव की सभा जहां आवेदक निवास करता है, ताकि आवेदक की सामाजिक स्थिति को स्पष्ट रूप से स्पष्ट किया जा सके।

अमित व ऋचा का मामला हाई कोर्ट में

फर्जी जाति प्रमाण पत्र को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी के खिलाफ मामला छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में चल रहा है। स्व अजीत जोगी के निधन के बाद रिक्त सीट पर उप चुनाव के दौरान ऋचा जोगी के फर्जी जाति प्रमाण पत्र का मामला सामने आया था। शिकायतकर्ता संत कुमार नेताम की शिकायत पर उच्च स्तरीय जाति छानबीन समिति ने जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने थाने में एफआइआर दर्ज करने की अनुशंसा की थी।

 









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