छह नेताओं की हत्‍या पर भाजपा ने चुनाव आयोग से की शिकायत, गृह सचिव और डीजीपी को हटाने की मांग की

छह नेताओं की हत्‍या पर भाजपा ने चुनाव आयोग से की शिकायत, गृह सचिव और डीजीपी को हटाने की मांग की

 छत्‍तीसगढ़ में छह भाजपा नेताओं की हत्या के मामले को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा ने इस मामले में गृह सचिव और डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) को हटाने की मांग की है। पार्टी ने इस संबंध में राजधानी स्थित निर्वाचन कार्यालय को ज्ञापन सौंपा है।

ज्ञापन में भाजपा ने उल्लेख किया है कि जनवरी से लेकर अब तक छह भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। 16 जनवरी को बस्तर में भाजपा जिला मंत्री बुधराम करटाक, पांच फरवरी को बीजापुर के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम, 10 फरवरी को नारायणपुर जिला उपाध्यक्ष सागर साहू, 11 फरवरी को भाजपा नेता रामधार अलामी और 14 अक्टूबर को चंद्रशेखर गिरी की कुरुद में हत्या कर दी गई।

भाजपा ने कहा कि इन्हीं स्थितियों को देखते हुए पार्टी ने अगस्त महीने में ही  चुनाव आयोग को संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों की स्थितियों के बारे में अवगत कराया था। पार्टी के राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय, रायपुर सांसद सुनील सोनी, चुनाव आयोग संपर्क समिति के डा. विजय शंकर मिश्रा व कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने शिकायत को लेकर आयोग को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के संवेदनशील व अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में केंद्रीय सुरक्षाबलों (सेंट्रल फोर्स) की तैनाती की जाए।

भय का माहौल बनाकर डराने का प्रयास

भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि मतदाताओं को आतंकित करने के उद्देश्य से कांग्रेस राजनीतिक टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम दे रही है। हाल ही में 20 अक्टूबर को नक्सल प्रभावित इलाके मोहला-मानपुर में भाजपा नेता बिरझू तारम की निर्दयता से गोली मारकर हत्या कर दी गईI

नाव की घोषणा के पूर्व से ही प्रदेश में आतंक का माहौल बनाने के उद्देश्य से ऐसी कई आपराधिक घटनाओं को जाम दिया गया है। कांग्रेस सरकार ने राजनीतिक दलों के 35 से अधिक नेताओं की हत्या को स्वीकार किया है, लेकिन बार-बार अनुरोध के बावजूद पुलिस प्रशासन ने इन राजनीतिक टारगेट किलिंग की घटनाओं को सामान्य घटना बताकर गंभीर कार्रवाई नहीं की I

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