विधायक बदले सरकार बदली ,नही बदली तो सरकारी हॉस्पिटल का हाल

विधायक बदले सरकार बदली ,नही बदली तो सरकारी हॉस्पिटल का हाल

 

स्वास्थ्य सुविधा का हाल है बेहाल,जनप्रतिनिधि नही ले रहे रूचि

भानुप्रतापपुर :  हर पांच वर्षो में विधायक बदले सरकार बदली पर नही बदली तो नगर व क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था। करोड़ों खर्च के बावजूद आज भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भानुप्रतापपुर में डॉक्टर व संसाधनों की अभाव बनी हुई है। सुविधाओं को लेकर कभी भी न स्थानीय नेता गंभीर दिखाई दिये और न ही जनप्रतिनिधी सुध लेने में सजग दिखाई दिए। यही कारण है कि अब भी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का लाभ लोगो को नही मिल पा रहा है।

पांच साल बाद एक बार फिर विधानसभा चुनाव नजदीक आ गई है। जिसके लिए 7 नवम्बर को मतदान होनी है।  इसके लिए नेता व जनप्रतिनिधी चुनाव मैदान में उतर कर जनता को अपनी ओर रिझाने के लिए उन्हें तरह तरह के मूलभूत सुविधाओं देने के लिए झूठी प्रलोभन दिए जा रहे है। 

बता दे कि भानुप्रतापपुर नगर के स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करे तो लोगो को जो सुविधा मिलनी चाहिए वह नही मिल पा रही है। नगर में वर्षों से संचालित हो रही सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्थिति बद से बत्तर बनी हुई है। यहा पर खामियों पर नजर डाले तो कई खामियां नजर आ रही है।  सोनोग्राफी मशीन की बात करे तो पिछले वर्ष पुराने सोनोग्राफी मशीन लगाई गई थी लेकिन डॉक्टर के अभाव होने से लोगो को सोनोग्राफी की सुविधा लोगो को नही मिल पा रही है। सोनोग्राफी के लिए रोजाना लोगो को बाहर जाना पड़ रहा है जिसके लिए उन्हें अतिरिक्त राशि व ब्यर्थ में समय गवाना पड़ रहा है। एक्सरे मशीन  व आई हॉस्पिटल,पैथोलेब का हाल भी वही बना हुआ है। यह क्षेत्र चारो ओर से जंगल से घिरे होने के कारण सांप जहरीले जानवरों से कई घटना होते रहती है।

पर  सामुदायिक हॉस्पिटल की बात करे तो  स्नेक एंटी वेनम इंजेक्शन न ही उपलब्ध रहती है और न ही समय पर छोटी टिटनेस जैसी इंजेक्शन मिल पा रही है। कुछ दिनों पूर्व यह स्थिति देखने को मिली है। वही ओपीडी की बात की जाए तो आज भी शिशु रोग, अस्थि रोग जैसे कई रोगों के डॉक्टर नही है जिससे मरीजो की तत्काल उपचार नही मिल पा रहा है। वही डॉक्टर व संसाधनों के अभाव बने रहने से अधिकांश मरीजो को यहा से रिफर कर दिया जाता है जबकि कई मरीज व परिजन आर्थिक दृष्टि से बहुत ही कमजोर होता है लेकिन मजबूरीवश बाहर जाना पड़ता है। संजीवनी व महतारी एम्बुलेंस वाहन की बात करे तो वह भी फिसड्डी साबित हो रही है। समय पर कोई भी काम नही आता है। जिससे लोगो को एम्बुलेंस वाहन का लाभ नही मिल पा रहा है। 

ऐसे ही कई खामियां होने के बाद भी कभी नेता इस पर गंभीर नज़र नही आये राज्य बनने के बाद अब तक भाजपा के दो वही तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे है। वर्तमान में कांग्रेस के विधायक है। इन नेताओं के द्वारा हर बार की तरह चुनाव नजदीक आते ही आम जनता को बड़े बड़े वायदे किये जाते रहे है। उनके हमदर्द होने की बात कही जाती है, लेकिन वायदे को कभी भी पूरी करने का प्रयास नही किया गया। जिसका उदाहरण भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भानुप्रतापपुर में देखा जा सकता है।

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