कोरबा : गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम शामिल करना किसी करिश्मा से काम नहीं होता है। 4 वर्षीय “अनाया” ने ऐसा काम कर दिखया है। जिससे उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो गया है। अनाया इतनी कुशाग्र बुद्धि की है कि जो कुछ वह देखी है उसे याद कर ऐसे बोलने लगती है मानो वह कंप्यूटर हो। कोरबा निवासी राठौर परिवार फिलहाल मुंबई में सेवारत है, राठौर परिवार को बेटी की इस उपलब्धि से गदगद है।
आपको बता दें कि कोरबा जिले की बाकीमोगरा माइंस में काम करने वाले एक कोल कर्मी का बेटा रुद्र प्रताप सिंह राठौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर अपनी पत्नी के साथ मुंबई पहुंचा। उसका 4 वर्ष की पुत्री अनाया है। अनाया अपनी प्रतिभा के बल पर अपने माता-पिता का भी नाम रोशन कर रही है। अनाया ने अपनी प्रतिभा के बल पर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया है।
रुद्र प्रताप राठौर कहते हैं कि बच्चों को फ्री वातावरण देंगे तो निश्चित ही बच्चे बेहतर बनते हैं। महज़ 4 वर्ष जो सिर्फ खेलने की उम्र होती है महज इतनी सी आयु में ही विश्व रिकॉर्ड स्थापित करना साबित करता है कि अनाया पर ईश्वर की विशेष कृपा है यदि अनाया को योग्य गुरु और वातावरण मिल गया, तो एक दिन यह कोरबा ही नहीं पूरे देश का नाम दुनिया में रोशन करेगी। अनाया सिर्फ 4 वर्ष की उम्र में विश्व कीर्तिमान, कुशाग्र बुद्धि के बल पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया है।
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