प्याज की बढ़ती कीमत बनी चुनावी मुद्दा, कांग्रेस बोली- मोदी राज में बढ़ी महंगाई

प्याज की बढ़ती कीमत बनी चुनावी मुद्दा, कांग्रेस बोली- मोदी राज में बढ़ी महंगाई

छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल है सभी केंद्रीय नेताओं का प्रदेश में दौरा जारी है सभी एक दूसरे ऊपर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला मोदी सरकार पर मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि  मोदी सरकार की मुनाफाखोरी वाली नीति के कारण प्याज के दाम 80 रुपए. हो गई है। राहर दाल 170 रुपए किलो में बिक रहा है। आम आदमी का जीवन महंगाई के कारण कठिन हो गया है। इस चुनाव में महंगाई जनता का मुद्दा है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रही है। शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार का फोकस केवल चंद पूंजीपतियों के मुनाफे पर केंद्रित है।

उन्होंने तंज कसते हुए कहा 100 दिन में महंगाई कम करने का वायदा करने वाले मोदी के राज में आजादी के बाद सबसे ज्यादा महंगाई है। महंगी गैस, महंगा तेल, थोक और खुदरा महंगाई आजादी के बाद सर्वोच्च शिखर पर है। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ सत्ता की भूख में मोदी सरकार आम जनता की कमर तोड़ रही है। फिर भी महंगाई से देशवासियों को लूटने का कोई भी अवसर नहीं छोड़ रही है। पेट्रोल-डीजल 100 के पार, रसोई गैस एक हजार, खाने का तेल 200 के पार। उन्होंने कहा कि आम जनता बेबस और लाचार है। उन्होंने आरोप लगते हुए कह कि मोदी सरकार केवल अपने चंद पूंजीपति मित्रों के मुनाफे की सोच रही है। मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी विगत 7 साल में 258 परसेंट बढ़ाया है और डीजल पर 820 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। 

सुशील आनंद शुक्ला ने तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था लगातार गर्त में जा रही है। देश की जीडीपी 8.2 से गिरकर 5.7 हो गई है। विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय व्यापार संतुलन बिगड़ने से आयात पर निर्भरता तेजी से बढ़ रही है। देश पर कुल कर्ज का भार 3 गुना बढ़ चुका है। विगत 12 महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपए का मूल्य 12 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुका है। सुशील आनंद ने कहा कि मोदी राज में विगत एक माह में ही विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 26 बिलियन डॉलर कम हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 2014 की तुलना में 20 परसेंट कम होने के बावजूद डीजल और पेट्रोल 30 से 40 रुपए प्रति लीटर महंगे बेचे जा रहे हैं।  

संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील ने कहा कि 2013 में कांग्रेस की मनमोहन सरकार के समय राशन सामग्री और पेट्रोल-डीजल के दाम और वर्तमान मोदी सरकार के समय आवश्यक वस्तुओं की कीमतें

 
                             2013      2023
आटा (10 किलो)    210 रुपए,     440  रुपए
चावल     30-36 रुपए किलो,  50-65  रु. किलो
फूल क्रीम दूध     39 रुपए,     66  रुपए
देसी घी     300  रुपए    875  रुपए
सरसों तेल    52  रुपए,    260  रुपए
अरहर दाल     70-80 रुपए,    160-170  रुपए
रसोई गैस     410  रुपए,    1000  रुपए
पेट्रोल     66  रुपए,    97  रुपए
डीजल     52  रुपए,    92  रुपए
रिफाइंड तेल     68  रुपए,    148  रुपए
फल्लीदाना     60  रुपए,    135  रुपए 
उड़द दाल     64  रुपए,    120  रुपए
मूंग दाल     62  रुपए,  130  रुपए
मसूर दाल     47  रुपए,    90  रुपए
चना दाल     40  रुपए,    66  रुपए
जीरा     220  रुपए,    450  रुपए
गेंहू     22  रुपए,     32-36  रुपए
विभिन्न साबुनों मे 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुआ
दवाई में 32 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गया।

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