पत्थलगांव(दिपेश रोहिला) : लोक आस्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व सभी के लिए बहुत खास है। छठ पूजा का पहला दिन नहाय- खाय 17नवंबर को था,वहीं दूसरा दिन खरना कल 18 नवंबर दिन शनिवार तथा छठ पूजा का तीसरा दिन आज संध्या अर्घ्य रविवार को है। एवं छठ पूजा का चौथा दिन कल सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि छठ पूजा का ये व्रत संतान की दीर्घायु और खुशहाल जीवन के लिए किया जाता है। इस दौरान महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार छठ मैया सूर्य देव की बहन और ब्रह्मा जी की मानस पुत्री है।वहीं महापर्व को ध्यान में रखते हुए पत्थलगांव भोजपुरी समाज द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य तैयारियां की गई है। पर्व की शुरुआत से पूर्व ही घाट,तालाब, पोखरों की साफ सफाई कर स्थानों को शुद्ध किया गया है। आज के दिन संध्या को अर्घ्य अस्ताचलगामी सूर्य यानी डूबते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा। इस दिन लोग अपने परिवार के साथ घाट पर जाते हैं।
चार दिवसीय छठ पर्व में तीसरा दिन सबसे खास होता है। शहर में छठ व्रतियों द्वारा संध्या अर्घ्य के लिए महिला एवं पुरुषों ने गाजे बाजे के साथ घाट रवाना हुए। इस दौरान छठी मैया के भजनों और गानों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। एवं यातायात व्यवस्था और सुरक्षा को देखते हुए पत्थलगांव पुलिस प्रशासन चुस्त दुरुस्त रही।
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