पत्थलगांव(दिपेश रोहिला) : ठाकुर शोभासिंह शासकीय महाविद्यालय पत्थलगांव में आज राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं एन.सी.सी. कैडेट्स के तत्वाधान में संयुक्त रूप से एनसीसी दिवस एवं संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर महाविद्यालय के भूतपूर्व प्राचार्य प्रो. डी.के. अंब्रेला ,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश माननीय राजभानु एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी माननीय भगवत कर जी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे।
इस अवसर पर एन.सी.सी. टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट व वृक्षारोपण किया गया। मंचीय कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान के प्रतीक एवं भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।कु.ममता केरकेट्टा एवं साथियों द्वाराअतिथियों के स्वागत के लिए मनमोहक स्वागत गीत की प्रस्तुति दी गई।राज्य गीत कु. अंकिता बड़ा एवं कु .कौशल्या नाग द्वारा "मेरे भारत के संविधान सारी दुनिया से न्यारा है "नामक गीत प्रस्तुत किया गया ।
आतिथ्य उद्बोधन में प्रो. अंब्रेला ने विद्यार्थियों को एन.सी.सी. एवं संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में एन.सी.सी. की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है।एनसीसी के माध्यम से विद्यार्थी जीवन मेंअनुशासन, त्याग,तपस्या, समर्पण एवं देशभक्ति की भावना का विकास होता है,और इन्हीं गुणों से व्यक्ति आदर्श नागरिक बनता है उन्होंने प्रत्येक विद्यार्थियों को एन.सी.सी. के ध्येय वाक्य के भाव को आत्मसात् करकेअपने व्यवहार में प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया |न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी माननीय भगवत कर जी ने संविधान दिवस की शुभकामना देते हुए लोगों की सुरक्षा के लिए पोक्सो एक्ट,टोनही प्रताड़ना,अनैतिक संबंध,इंश्योरेंस , सड़क दुर्घटना, यातायात ,साइबर सेल, मोबाइल मैसेज फॉरवर्ड, छोटे-छोटे वारदात ,मारपीट ,महिला उत्पीड़न,यौन उत्पीड़न,इत्यादि कानूनी प्रावधान के बारे में विस्तृत व्याख्यान दिए। एडीजे साहब राजभानु द्वारा इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का शपथ दिलाया गया एवं प्रस्तावना में प्रयुक्त प्रत्येक शब्दावली जैसे हम भारत के लोग, संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न ,समाजवादी, पंथनिरपेक्ष , लोकतंत्रात्मक गणराज्य,सामाजिक , आर्थिक- न्याय की बहुत ही सरल शब्दों में व्याख्या किया गया।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी. के. राय ने सभी लोगों को एन.सी.सी. एवं संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत की संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है इसमें देश के हरेक वर्ग के विकास के लिए अनेकों प्रावधान है इसलिए सभी देशवासियों को इसे पढ़ना एवं जानना चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो.टी.आर.पाटले द्वारा किया गया।
इस दौरान महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक आर. एस. कान्त, प्रो. डॉ. एस.के. मारकण्डे, आईक्यूएसी प्रभारी प्रो. अनुपमा प्रधान, क्रीड़ा अधिकारी प्रो. जे. के. भगत, प्रो. विक्रांत मोदी , प्रो. मनमोहन किरवानी,एन.सी.सी. अधिकारी प्रो. अरविंद लकड़ा, अतिथि प्राध्यापक संजय बघेल, शैलेन्द्र साहू,नीलम मण्डावी , सुश्री पूनम चौहान,डॉ. संगीता बंजारा, श्रीमती हूमी सिंह भूतपूर्व कैडेट्स अशोक अजगल्ले , नवल शर्मा, कु. सोनी खुटिया एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।
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