जशपुर जिले में कांग्रेस के तीनों किले ध्वस्त, मोदी लहर ने किया कमाल

जशपुर जिले में कांग्रेस के तीनों किले ध्वस्त, मोदी लहर ने किया कमाल

आधी आबादी को भायी "महतारी वंदन योजना" बाकी को "मोदी की गारंटी" ने लुभाया


जशपुर/पत्थलगांव(दिपेश रोहिला)   : छत्तीसगढ़ के गठन के बाद राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में पहली बार 2023 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने लैंडस्लाइड विक्ट्री दर्ज की है।विधानसभा चुनाव 2023 के लिए रविवार को चली मतगणना में 54 सीट भाजपा की खेमे में गई, तो वहीं कांग्रेस 35 सीटों पर ही सिमट गई। यह साल 2000 में राज्य गठन के बाद से हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। जहां इस चुनाव में कांग्रेस अपने 9मंत्रियों की सीट भी नहीं बचा सकी तो वहीं जशपुर जिले की बात करें तो 2023 वि.स. चुनाव के परिणाम आने के बाद यहां की तीनों सीटों पर भाजपा का कब्जा हो चुका है। आपको बता दें जिले की तीनों सीटों पर मतगणना के दौरान भाजपा शुरू से बढ़त बनाए हुए आगे चल रही थी।

(पत्थलगांव)

इस 2023 के चुनाव में जशपुर जिले की तीनों सीटों में से सबसे अहम माने जाने वाली पत्थलगांव विधानसभा की सीट से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती गोमती साय और कांग्रेस प्रत्याशी रामपुकार सिंह के बीच काटें की टक्कर होने की बात मतदाताओें द्वारा कही जा रही थी, जो की शत प्रतिशत सही सिद्ध हुआ। इस चुनाव में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ और 8बार के विधायक रामपुकार सिंह अपनी सीट नहीं बचा सके। 20राउंड में हुई मतगणना के दौरान भाजपा प्रत्याशी 10वें राउंड तक लगभग 10500 से अधिक वोटों से बढ़त बनाए हुई थी। जिसके बाद 11वें राउंड से लगातार भाजपा के वोटों का आंकड़ा कम होता गया और 17वे राउंड में कांग्रेस प्रत्याशी 1036वोटों से आगे चल रहे थे। वहीं 18वें राउंड में भी उन्होंने114वोटों की बढ़त लेकर आंकड़ा 1150वोटों का हो गया। वहीं 19वें राउंड की गिनती में हुआ कुछ ऐसा कि कांग्रेस से रामपुकार सिंह 2921वोट के साथ और गोमती साय ने 4802वोट प्राप्त करने के बाद भाजपा 731वोटों से आगे बढ़ गई। और अंतिम 20वें राउंड में भाजपा को 2995वोट और कांग्रेस को 3376वोट मिलने पर भाजपा प्रत्याशी 350वोटों से आगे रही। जिसमे गोमती साय को कुल 81851मत और रामपुकार सिंह को कुल81501वोट मिले। जिसके बाद पोस्टल बैलेट में डाले गए वोटो की मतगणना के पश्चात 255 वोटों से भाजपा प्रत्याशी गोमती साय ने जीत का परचम लहराया।

(जशपुर)

जशपुर से कांग्रेस प्रत्याशी विनय भगत और भाजपा की प्रत्याशी श्रीमती रायमुनि भगत के बीच टक्कर थी जिसमे 24 राउंड में हुए वोटों की गिनती के बाद परिणाम भाजपा प्रत्याशी रायमुनि भगत के पक्ष में आया। और कुल17645वोटों से जीत हासिल की।

(कुनकुरी)
इस विधानसभा में चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी विष्णु देव साय और कांग्रेस प्रत्याशी यूडी मिंज दोनों ही पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा पुरजोर ताकत से प्रचार प्रसार किया गया। बीते 2018 के विस चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद भाजपा में मायूसी भले ही छा गई थी। मगर 2023 के चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के लोगों के चेहरे खिलखिला उठे। इस सीट पर चुनाव के नतीजे की ओर ध्यान दें तो 20राउंड में वोटों की गिनती के दौरान लगभग सभी राउंड में विष्णु देव साय ने बढ़त बनाए हुए कुल25541 वोटों के भारी मार्जिन से सीट पर विजय हासिल कर ली । मतगणना के बाद भाजपा के तीनों विजयी प्रत्याशियों को संबंधित विधानसभा रिटर्निंग ऑफिसर ने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया।

बताते चलें कि तीनों सीट के परिणाम की घोषणा के बाद जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने सड़कों पर नारेबाजी लगाते हुए जमकर आतिशबाजी की और जीत की खुशी में एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। पत्थलगांव के इंदिरा गांधी चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारी आतिशबाजी करते हुए जय श्री राम,नरेंद्र मोदी जिंदाबाद, जय जूदेव और गोमती साय जिंदाबाद के नारों की गूंज सुनाई देती रही। देर रात तक भाजपाइयों ने आतिशबाजी और गाजे बाजे के साथ एतिहासिक जीत का जश्न मनाया।


मोदी के चेहरे पर भाजपा को प्रचंड जीत हुई हासिल––

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ा, जिसका फायदा पार्टी को मिला। राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस सरकार पर आक्रामक रहे प्रधानमंत्री मोदी ने ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप घोटाले सहित अन्य कथित घोटालों को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर जमकर हमला बोला था। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के वादों के सामने अपनी गारंटी को लोगों के सामने रखा और कहा कि मोदी की गारंटी मतलब वादों को पूरा करने की गारंटी है।

वहीं कांग्रेस की इतनी बड़ी हार का अंदाजा ग्राउंड पर काम करने वाले लोगों को भी नहीं था। यह क्यों और कैसे हुआ इस पर अलग-अलग वजह हो सकती है। पर इतना तय है कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्‍मे की ही जीत मानी जाएगी। स्थानीय स्तर पर किसी भी नेता को मुख्यमंत्री चेहरा नहीं बनाया गया था। इसलिए मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी बहुत हैं। पर भाजपा किसी को मुख्यमंत्री घोषित करने से पहले 2024 के लोकसभा चुनावों को भी ध्यान में रखेगी‌। भारतीय जनता पार्टी की पूरी रणनीति इस समय कुछ महीनों बाद होने वाले लोकसभा चुनावों पर ही फोकस है।

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