गोलू कैवर्त ब्यूरो हेड बलौदाबाजार : कसडोल विधानसभा में चुनाव के दौरान लवन कोलिहा निवासी पंचायत सचिव हरिकिशन वर्मा वर्तमान पदस्थापना सकरी जनपद पंचायत बलौदाबाजार ने कसडोल विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जोर शोर से मोबाईल में उनके समाचार कटिंग को प्रचार प्रसार कर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने में भूमिका निभाने के साथ ही आभार मेसेज को अपने मोबाइल व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाने का मामला विगत बिस दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है जिसका लिखित शिकायत कांग्रेस नेता सहित कांग्रेस प्रत्याशी वर्तमान विधायक संदीप साहू ,हितेंद्र ठाकुर जिलाध्यक्ष बलौदाबाजार ने कलेक्टर से किये हैं इसके साथ ही कार्रवाई में देरी की नाराजगी को देखकर पुनः 29नवम्बर को कांग्रेस के दिग्गज लोकप्रिय नेता मुरारी साहू, नारायण मांझी उपसरपंच लाटा, लोकप्रिय भूतपूर्व सरपंच डोंगरा धनकुमार औधेलिया सहित तमाम लोगों ने कलेक्टर, जिला पंचायत सी ई ओ से किये गए हैं।मामले में जिला पंचायत ने नोटिस देकर जवाबी रिपोर्ट लिए सप्ताह बीत गया है लेकिन अभी तक कोई अंतिम कार्रवाई नहीं होने से जिला बलौदाबाजार के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ साथ आम जनमानस का नाराजगी साफ झलक रहा है।
कांग्रेस नेता मुरारी साहू ने मीडिया को बताया आखिर नियमों में बंधा हुआ सरकारी कर्मचारी ही नियमों को ठेंगा दिखा कर मनमानी करते रहा है उस पर कार्रवाई नहीं होने से चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित नियमों का मतलब क्या होगा?श्री साहू ने आगे मीडिया को बताया कि यदि आरोपी के कृत्यों पर जिला प्रशासन जल्दी कोई निर्णय नहीं लेगा तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे कि बात भी कहा।श्री साहू ने यह बात भी मीडिया को बताया कि आरोपी हरिकिशन वर्मा पूर्व में भी अपने भ्रष्टाचार रवैया के चलते निलंबित किये जा चुके हैं।ऐसे में एक भ्रष्टाचार में डूबे सचिव को बचाया क्यों जा रहा है?आखिर कार्रवाई में देरी का क्या मतलब है?कोई अभी तक कोई नतीजे तक जिला पंचायत सी ई ओ नहीं पहुंच पा रहा है?क्या जिला पंचायत सी ई ओ को पर कोई राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है या फिर जिला पंचायत सी ई ओ जानबूझकर मामले को लटका रहा?तमाम तरह के सवाल शिकायत कर्ता एवं आमजनों के जेहन में उठ रहा है।आरोपी सचिव हरिकिशन वर्मा द्वारा आचार संहिता उलंघ्घन मामले में कोई राहत मिलेगी,प्रशासन एवं वर्तमान भाजपा सरकार से ऐसा कोई योग बनता हुआ नहीं दिख रहा है क्योंकि पूर्व में भी भाजपा सरकार के समय भी आरोपी हरिकिशन वर्मा भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित किये गए थे।भाजपा की सरकार अनुशासन हीनता में लिप्त कर्मचारियों एवं अधिकारियो को कभी सरंक्षण नहीं देगा ऐसी विश्वास बलौदाबाजार जिला वासियों को है।
गौरतलब हो कि उक्त मामले में सभी जांच कार्रवाई पूर्ण कर लिए गए हैं तो कार्रवाई में और क्या देरी हो रही है?क्या आरोपी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार प्रसार किये हैं और वर्तमान में सरकार भाजपा की है ऐसे में यदि कोई जिम्मेदार अधिकारी आरोपी पर कार्रवाई करता है तो क्या भाजपा की सरकार उस अधिकारी पर गाज गिरा देगा यह डर अधिकारी को सता रहा है या नहीं तो फिर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों?सवाल यह भी है कि एक अनुशासनहीन,भ्रष्टाचार में लिप्त सचिव के बचाव में भला वर्तमान सरकार क्यों आएगा, और आरोपी सचिव पर गाज गिराने वाले अधिकारी को स्वयं पर सरकार की गाज गिरने का भय नहीं होना चाहिए क्योंकि वर्तमान भाजपा सरकार आरोपियों के बचाव में कभी नहीं रहता है ।निश्चित ही सोमवार तक इस मामले में कोई नया अपडेट लोगों के बीच आएगा ऐसा उम्मीद जिला पंचायत बलौदाबाजार से सबको है।वहीं मामले के आरोपी सचिव हरिकिशन वर्मा लगातार अपने आप को निर्दोष बताकर कहा कि उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़ा है नहीं किसी का प्रचार प्रसार किये हैं।उसे कांग्रेसियों द्वारा बेवजह फंसाया जा रहा है।
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