गांजे का अंग्रेजी नाम मारिजुआना है। इसका सेवन भारत जैसे कई देशों में बैन है मगर थाईलैंड एशिया का पहला देश बन गया है जिसने मारिजुआना को प्रतिबंधित पदार्थों की सूची से हटा दिया है और लोगों को उनके घरों में गांजे के पौधा लगाने की भी अनुमति दे दी गई है।
दरअसल, थाईलैंड की सरकार मारिजुआना को नकदी फसल के रूप में बढ़ावा दे रही है। दरअसल, थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्री और उप प्रधान मंत्री ने पिछले महीने मारिजुआना की फसल उगाने का आग्रह किया और बताया है कि ये कई समस्याओं के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट के रूप में काम कर सकता है।
कई लोगों का मानना है और कहना है कि गांजा मानसिक और शारीरिक तनावों को दूर करने में भी मदद करता है। गांजे के पौधे के अंदर कैनबिनोइड्स होता है जो शरीर के तनाव कम करता है। ये आपकी मांसपेशियों को शांत करता है और खिंचाव व बेचैनी को कम करता है।
गांजा और भांग से होने वाले नुकसान
भांग के अधिक सेवन से मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
* गांजे का नियमित सेवन आपको डिमोटिवेटेड फील करवा सकता है।
अगर आप नियमित रूप से भांग का सेवन करते हैं तो इसका आपकी मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
* भांग के नियमित सेवन से तनाव और अवसाद हो सकता है।
* प्रजनन प्रणाली पर इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता है। प्रोस्टेट कैंसर और बांझपन की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
गले और मुंह में जलन, कैंसर और खांसी बनी रहती है।
* अगर नियमित रूप से भांग का सेवन किया जाए तो इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है। गांजे के सेवन से हड्डियां पिघलने लगती हैं।
युवावस्था में युवा जितना अधिक नशा करते थे, उतनी ही उनकी बुद्धि मंद हो जाती थी और नशा छोड़ने के बाद भी उनकी बुद्धि विकसित नहीं हो पाती थी।
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