छत्तीसगढ़ :हार की समीक्षा बैठक में रो पड़ीं पूर्व महिला विधायक ,दूसरे नेताओं ने भी जमकर निकाली भड़ास

छत्तीसगढ़ :हार की समीक्षा बैठक में रो पड़ीं पूर्व महिला विधायक ,दूसरे नेताओं ने भी जमकर निकाली भड़ास

 

रायपुर :  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मिली हार को लेकर शनिवार को कांग्रेस भवन में समीक्षा बैठक हुई। संयुक्त महामंत्री और प्रदेश सचिवों की बैठक के बाद दूसरी बड़ी बैठक चुनाव में टिकट से वंचित हुए 20 पूर्व विधायकों की हुई। यह बैठक पीसीसी चीफ दीपक बैज ने ली। बैठक में अंदरूनी सर्वे के नाम पर टिकट काटने का मुद्दा जोर-शोर से उठा। क्योंकि इसी अंदरूनी सर्वे को आधार बताकर कांग्रेस पार्टी ने 22 विधायकों की टिकट काट दी थी। हालांकि आज की इस बैठक में उनमें से लगभग 15 पूर्व विधायक ही मौजूद रहे।

पूर्व विधायकों ने निकाला गुस्सा

इस बैठक में पूर्व विधायक शकुंतला साहू रो पड़ीं। रोते हुए उन्होंने कहा कि कसडोल से टिकट कटी इस बात का उतना मलाल नहीं था लेकिन मुझे लेकर अनर्गल बातें कही गई, बदनाम किया गया। मैं केवल कार्यकर्ता नहीं बेटी की तरह थी। यहां पर पूर्व विधायक ने ढाई—ढाई साल के मुद्दे को भी हार की वजह बताया।

मंत्रियों की टिकट क्यों नहीं कटी..?

शकुंतला साहू ने कहा यदि सर्वे के आधार पर टिकट काटी है तो मंत्रियों की खराब रिपोर्ट के बाद भी क्यों नहीं टिकट काटी गई। अन्य पूर्व विधायकों ने सर्वे रिपोर्ट को गलत ठहराया और कहा- अगर टिकट नहीं कटी होती तो फिर से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती।

मनगढ़ंत सर्वे रिपोर्ट को बनाया आधार

पूर्व विधायकों का कहना था कि, सर्वे रिपोर्ट गलत थी। मनगढ़ंत सर्वे रिपोर्ट को आधार मानकर हमारी टिकट काटी गई। पूर्व विधायकों ने साफ-साफ कहा कि, अगर 22 विधायकों की टिकट नहीं कटी होती तो फिर बनती छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार।

दिल के सारे गुबार निकल गए – शोरी

बैठक के बाद टिकट से वंचित एक पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी ने मीडिया से कहा कि, दिल के सारे गुबार निकल गए। बैठक में हार को लेकर आंसू भी छलके, लेकिन अब सारी बातें भूलकर लोकसभा की तैयारियों में जुटेंगे। वहीं टिकट से वंचित एक अन्य पूर्व विधायक चंद्रदेव राय ने कहा- सर्वे रिपोर्ट को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने साफ कहा कि, इतनी संख्या में टिकट नहीं कटी होती तो सरकार बन जाती।

‘हमारी सरकार थी और हमारे ही काम नहीं हुए’

इससे पहले पदाधिकारियों की बैठक में भी कार्यकर्ताओं का काम नहीं होने को लेकर जमकर शिकायतें की गई। बताया जा रहा है कि, एक पूर्व मंत्री पर भी पदाधिकारियों ने जमकर गुस्सा दिखाया। पदाधिकारियों ने कहा- हमारी ही सरकार में हमारे कार्यकर्ताओं का कोई काम नहीं, हुआ।

शिकायतों पर करेंगे विचार : बैज

बैठक खत्म होने के बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बताया कि, कई विषयों पर सुझाव सामने आए हैं। कुछ शिकायतें भी हुई हैं। आगे लोकसभा के चुनाव हैं, उसकी तैयारी करने कहा गया है। वहीं पूर्व विधायकों के गुस्से और आंसू को लेकर कहा कि पार्टी से जुड़ाव पर इमोशनल हो जाते हैं। जो निष्कासित हैं उनकी अभी वापसी को लेकर कोई आदेश नहीं दिया गया है। कुछ बातें बंद कमरे की हैं, सबने अपनी बात खुलकर कही है।

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