नई दिल्ली Jobs: नए साल में क्या करना है, कहां जाना है, क्या खरीदना है, इसकी योजना कई लोगों ने बनाई होगी। लेकिन भारत में करीब 26 फीसदी कर्मचारियों ने अपनी मौजूदा कंपनी छोड़कर नई जगह पर जाने के बारे में सोचा है। वैश्विक स्तर पर यही आंकड़ा 28 फीसदी है। चार में से एक कर्मचारी के नौकरी छोडऩे से कंपनियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
बढ़ती महंगाई से निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को परेशानी हो रही है। मौजूदा नौकरी में वेतन में बहुत कम या कोई बढ़ोतरी नहीं होने के कारण वे नए विकल्प की तलाश में हैं। रिपोर्ट से पता चलता है कि कंपनी की नीतियां, प्रबंधन, छुट्टियां, सीखने के अवसर आदि का कर्मचारियों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।
यदि प्रबंधक अच्छा है…
अच्छे प्रबंधक कर्मचारियों की भावनात्मक जरूरतों को समझते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे कंपनी के प्रति नाराजगी कम होती है और कंपनी छोडऩे का जोखिम 72 प्रतिशत तक कम हो जाता है। इसमें कहा गया है कि इससे कर्मचारी प्रतिधारण 3.2 गुना बढ़ जाता है, जबकि कर्मचारी संतुष्टि का स्तर 13.9 गुना बढ़ जाता है।
क्या प्रश्न पूछे गए?
इस बात को जानने पर जोर दिया गया कि कर्मचारी क्या चाहते हैं, वे कंपनी से क्या उम्मीद करते हैं। 20 मानदंडों के आधार पर एक प्रश्नावली तैयार की गई थी।
इसमें मुख्य रूप से वेतन, अन्य भत्ते और काम के घंटों को लेकर अपेक्षाएं पूछी गईं। भावनात्मक पहलुओं जैसे कि क्या आपको कंपनी द्वारा महत्व दिया जाता है, क्या आपको कठिन समय में समर्थन मिलता है, आदि को समझा गया। पूछा गया कि क्या काम से खुशी मिलती है।
दुनिया भर में कितने लोग शामिल हैं?
इस सर्वे में 11 हजार कर्मचारियों की राय मांगी गई है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने 6 से 30 अक्टूबर, 2023 तक सर्वेक्षण पूरा किया। यह सर्वे आठ देशों अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत में किया गया।
नौकरी क्यों छोड़ें?
मौजूदा वेतन कम।
पर्याप्त बढ़ोतरी नहीं।
अन्य सुविधाएं और भत्ते भी कम हैं।
काम जीवन के अनुकूल नहीं है।
काम में कोई आनंद नहीं है।
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