कोरबा: मंगलवार की शाम कोरबा के बालको में पुलिस के अधिकारियों ने आंदोलनकरियों पर लाठीचार्ज किया है। लाठीचार्ज के दौरान मौके पर कार्यपालन दंडाधिकारी मौजूद थे। पुलिस के लाठी भांजते ही भीड़ तीतर-बितर हो गया। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया हैं।
बताया जा रहा है कि बालको श्रमिकों का संयुक्त यूनियन पिछले कुछ समय से वेतन वृद्धि, काम से निकाले गए कर्मियों को वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा था। वैसे तो आंदोलन को लीड बीएमएस कर रही थी और वार्ता के लिए 5 जनवरी का दिन भी मुकर्रर किया गया था। लेकिन इसी बीच कुछ कांग्रेसी श्रमिक नेताओं ने आंदोलन को हाइजेक करते तत्काल वार्ता की मांग को लेकर फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिया लेकिन इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पहले भीड़ सीईओ के बंगले का घेराव करने निकल पड़ी, जिसको पुलिस ने समझाइश देकर वापस भेज दिया बाद में पहले परसभाटा चौक और उसके बाद बालको मेन गेट को जाम कर ताला लगा दिया गया। यहां न तो किसी को अंदर जाने दिया जा रहा था न ही किसी को बालको प्लांट से बाहर आने दिया जा रहा था।
पुलिस और प्रशासन ने यहां भी काफी देर तक समझाइश देने का प्रयास किया लेकिन जब प्रदर्शनकारी इसके बाद भी मौके से नहीं उठे तो कार्यपालिक दंडाधिकारी मनीष साहू ने अंतिम चेतावनी दी फिर भी असर न होता देख पुलिस ने बल प्रयोग करते लाठी चार्ज कर दिया। आरोप हैं कि इस दौरान प्रदर्शनकारी गाली भी दे रहे थे। इधर बालकोनगर पुलिस ने प्रबंधन की ओर से की गई शिकायत पर अपराध दर्ज करते मामले की जांच शुरू कर दी है।
भले ही प्रदर्शनकारियों का मुद्दा सही हो लेकिन गलत तरीके से किए गए आंदोलन को लेकर अब मुद्दा अपनी राह से भटकता दिखाई दे रहा है इस मामले में बालको प्रबंधन भी पूरी तरह सही नहीं है, फिलहाल आंदोलन करने वाले श्रमिक असमंजस की स्थिति में है कि अब आगे क्या होगा !
Comments