बालोद : शिवसेना जिलाध्यक्ष विजय पारख ने छत्तीसगढ़ सरकार के माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आग्रह किया है कि जिला मुख्यालय शहरों के सुव्यवस्थित व्यवस्थापन, सौंदर्यीकरण, सुंदर सड़कें, उच्च शिक्षा व चिकित्सा के साथ साथ, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए जिला कलेक्टरों की प्रभावी जिम्मेदारी तय की जावे। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला मुख्यालय नगरीय निकायों की हालत बद से बदत्तर है। यहीं बालोद शहर के विभिन्न वार्डों में गढ्ढे पर सड़क है, सड़कों के ऊपर अव्यवस्थित बिजली के तार व खंभे लटक रहे हैं, टुटे फुटे पेयजल पाइप लाइन, गटर के गड्ढे, बज बजाती नालीयाँ, गंदगी से भरे और अव्यवस्थित सार्वजनिक शौचालय महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व निकाय के अधिकारियों के किंकर्तव्यविमूढ़ होने से निकायों में आम जनता के सुख सुविधाओं और शहर के सुंदर व्यवस्थापन करने पक्ष विपक्ष नाम की चीज ही नहीं रह गई है सिवाय विकास कार्यों में भर्राशाही को अंजाम देने के।
शिवसेना जिलाध्यक्ष विजय पारख ने कहा कि ऐसे में प्रदेश सरकार के सुशासन दिवस सहित जीरो टॉलरेंस की नीति महज ढकोसला साबित होती है। विजय पारख ने कहा कि जिले के कलेक्टर को अपने मुख्यालय नगर के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय में जिला प्रशासन के तमाम उच्चाधिकारियों, प्रभावी जनप्रतिनिधियों का कार्यक्षेत्र व निवास स्थान होता है फिर भी इनके रहते मुख्यालय निकायों का हाल बेहाल हो इससे शर्मनाक स्थिति क्या हो सकती है। राज्य के सुशासन प्रिय सरकार को निकायों के प्रति गंभीरता लानी चाहिए।
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