प्रेमनगर : विवादों में रहने वाले प्रेमनगर पुलिस पर एक दफा फिर एक छेड़छाड़ हुए एक पीड़ित महिला ने पुलिस कार्यशैली पर सवालियां निशान खड़ी की है। महिला ने पुलिस अनुभागीय अधिकारी से लिखित शिकायत देकर प्रेमनगर थाना द्वारा छेड़छाड़ के मामले किये गए एफआईआर में अन्य व्यक्ति का नाम नही जोड़ने से छेड़छाड़ करने वाले युवकों द्वारा घर आकर धमकी व पैसे लेकर केश वापस लेने का दवाब बनाने की बात कही है। और पुलिस द्वारा छोड़े गए अन्य आरोपी का नाम पर अपराध दर्ज करने और सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
गौरतलब है कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बकिरमा निवासी पीड़ित महिला ने बीते दिनों ग्राम पंचायत बकिरमा के जूनापारा में गौरानाच कार्यक्रम 30 दिसम्बर को अपने परिवार के साथ कार्यक्रम में गई थी। कार्यक्रम स्थल पर दुकान में सामान लेने गई इस दौरान 4- 5 अनजान युवक द्वारा मुंह बंद कर गलत नीयत से खेत की ओर पकड़ कर ले जाने लगे तभी पीड़िता ने शोर मचाया जिसको सुनकर गौरा समिति के सदस्यों द्वारा बीच बचाव किया गया। छेड़छाड़ करने वाले युवकों में से दो युवक दो युवकों को पड़कर हाथा पाई की, इसके उपरांत प्रेमनगर पुलिस थाना में घटना की सूचना दी गई। प्रेमनगर पुलिस मौके पर पहुंचकर दो आरोपी को अपने साथ थाना ले गई। जिसके दूसरे दिन पीड़िता को थाना में बुलाया गया।
पीड़िता द्वारा दिये गए लिखित शिकायत में आगे बताया है कि थाना में मौजूद थाना प्रभारी द्वारा बताएं अनुसार वेदिका ने शिकायत पत्र अपराध दर्ज करने के लिए बना कर दिया, जिस पर थाना प्रभारी ने दो युवकों पर अपराध दर्ज किया है। पहला आरोपी प्रदीप कुमार प्रजापति आत्मज रामचरण नागपुर पोड़ी कोरिया जिला निवासी, दूसरा आरोपी अनिल कुमार पिता स्वर्गीय सुदर्शन कुम्हार, कोरिया जिले के पटना निवासी पर धारा 354 (34 ) लगाया है और इन्हें जेल भेज दिया है। जबकि इनके साथी 2 से 3 युवकों पर अपराध दर्ज नहीं किया गया है। पीड़िता ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा कहा गया कि उन्हें नहीं पहचानते हो तो हम कहां खोचेंगे इसलिए दो कके नाम पर एफआईआर होगा, इसके उपरांत पीड़िता अपने घर चली गई। 2 जनवरी और 3 जनवरी को पीड़िता के घर और कार्य स्थान पर छेड़छाड़ करने वाले आरोपी के परिजनों द्वारा पैसे का प्रलोभन देने और परिजनों पर अन्य तरीके से दबाव देकर केश वापस लेने के लिए बबाव बनाया जा रहा है। आगे बताती है कि यह अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा कहा जाता है कि अपना केस वापस ले लीजिए नहीं तो ठीक नहीं होगा। साथ ही अन्य तरह से डराया धमकाया जा रहा है। जिस कारण अकेले आने जाने में डरने लगी है कभी भी अप्रिय दुर्घटना होने की संभावना व्यक्त की है।
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इस सम्बंध में प्रेमनगर एसडीओपी नरेंद्र पुजारी ने कहा कि एफआईआर में नही जुड़ा है तो जांच ने अन्य आरोपी का नाम भी जुड़ जाएगा।
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