साल का पहला प्रदोष व्रत आज, जानें भोलेनाथ को प्रसन्न करने की विधि

साल का पहला प्रदोष व्रत आज, जानें भोलेनाथ को प्रसन्न करने की विधि

शास्त्रों में बताया गया है कि प्रदोष व्रत का दिन भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने का दिन है. इस व्रत को करने से मन की हर इच्छा को पूरा किया जा सकता है. इस व्रत से नौकरी और व्यापार में भी सफलता मिलती है. हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. आज पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा. आज प्रदोष व्रत के साथ ही मासिक शिवरात्रि भी पड़ रही है.

मंगलवार के दिन पड़ने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाएगा. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की आराधना करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है. प्रदोष काल में पूजा का समय आज शाम 5:41 से रात 8:24 तक रहेगा. पूजा के लिए कुल 2 घण्टे 43 मिनट का समय रहेगा. त्रयोदशी तिथि आज यानी 9 जनवरी को रात 10:24 तक रहेगी. इस दिन शुभ वृद्धि योग भी रहेगा. चंद्रमा धनु राशि में रहेंगे जिससे इस दिन धन योग भी बन रहा है.

प्रदोष व्रत पूजा विधि

  • भौम प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें.
  • इस दिन अगर आप हल्के रंग के वस्त्र धारण करना अति उत्तम माना जाता है.
  • घर के मंदिर में गंगाजल छिड़कर पवित्र करें और भगवान के समक्ष दीप प्रज्वलित करें.
  • संध्याकाल के समय भगवान भोलेनाथ का पंचामृत से जलाभिषेक करें.
  • उसके बाद भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, श्वेत चंदन, धतूरा, अक्षत, चावल, फल, फूल, धूप, दीप आदि अर्पित करें.
  • फिर भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा करें और अंत में शंखनाद करें.
  • भोग में आप अन्न का भोग जैसे चूरमा, खीर और मिठाई आदि चढ़ा सकते हैं.
  • भोलेनाथ के समक्ष बैठकर प्रदोष व्रत कथा का श्रवण करें और शिव चालीसा का पाठ करें.
  • इस दिन भगवान भोलेनाथ के मंत्रों का जाप जरूर करें. ऐसा करने से शिवजी प्रसन्न होते हैं.

प्रदोष व्रत के दिन क्या करें

प्रदोष व्रत के दिन मां गौरी की पूजा करना बेहद लाभदायी माना जाता है. प्रदोष व्रत पर शाम के समय शिव मंत्रों का जाप करना चाहिए. इस दिन अपने सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंदों में गर्म कपड़ों और धन का दान करना चाहिए. इस दिन भजन-कीर्तन करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.

प्रदोष व्रत के दिन क्या न करें

इस दिन व्रत धारण कर अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है. व्रती अन्न की जगह फलाहार कर सकते हैं. इस दौरान मांस, मदिरा, लहसुन, प्याद आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें और क्रोध करने से बचें. प्रदोष व्रत के दिन किसी का अपमान बिल्कुल न करें. इस दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए.

प्रदोष व्रत महत्व

प्रदोष व्रत के दिन सच्चे मन से भगवान शिव की उपासना करने से दुख, दरिद्रता और हर प्रकार के रोग-शोक से मुक्ति मिलती है. जीवन के किसी भी कष्ट या बाधाओं से छुटरकारा पाने के लिए इस दिन को बहुत फलदायी माना गया है. प्रदोष व्रत के दिन शिवजी की उपासना करने के साथ-साथ उनके ही रुद्र अवतार हनुमान जी की उपासना करने से आपके जीवन में जितनी नकारात्मकता है, सबका विनाश हो जाता है. साथ ही भोम प्रदोष व्रत पर शिव परिवार की पूजा से जीवम में सौभाग्य और खुशहाली आती है.

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