डौण्डी लोहारा : आजादी के बाद से अब तक डौण्डी लोहारा के इतिहास में मस्जिद में कभी भी कौमी परचम नहीं लहराया गया था प्रथम बार नवनिर्वाचित नौजवान सदर जनाब आदिल सिद्दीकी के नेतृत्व में कौमी परचम तिरंगा मस्जिद सहन में लहराया गया इस खास मौके पर मस्जिद को दुल्हन की तरह सजाया गया था परचम तिरंगा लहराने के बाद राष्ट्रगान जन गण मन गया गया अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सदर आदिल सिद्दीकी ने कहा कि हिंदुस्तान के आजादी में मुसलमान के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता उन्होंने आगे कहा कि कौम के लिए वफादारी मुसलमान का आधा ईमान है ,और मुल्क के लिए जान देना हमारी शान है उपस्थित जनमानस ने करतल ध्वनि से उनके उद्बोधन का सम्मान किया।
कार्यक्रम के समाप्ति उपरांत उपस्थित सभी लोगों का गुलाब जामुन खिलाकर मुंह मीठा किया गया व आसपास के लोगों व राहगीरों को भी गुलाब जामुन खिलाकर गणतंत्र दिवस की बधाई दी गई ।आज के इस कार्यक्रम में आदिल सिद्दीकी, सद्दाम तिगाला, फिरोज़ कुरैशी, इसराइल खान,जाकिर तिगाला, गुलाम रसुल सिद्दीकी,मोहम्मद मलक कौनैन ख़ान, आसिफ सिद्दीकी, अब्दुल सादिक खान, अब्दुल जब्बार तिगाला, असलम तिगाला, अल्ताफ सिद्दीकी, सैय्यद शब्बीर अली,लईक खान, आमान सिद्दीकी,नवाब जिलानी, रिहान खान, शाकिर तिगाला,हबीब खान, बब्बू खान, अहमद सिद्दीकी, उस्मान तिगाला ने उपह्थित रहकर कार्यक्रम के सफलता में अपना योगदान दिया।
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