मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय को माता कौशल्या जन्मभूमि - कोसला के धार्मिक पर्यटन विकास हेतु डॉ शांतिलाल कैवर्त के नेतृत्व में 25 पृष्ठीय सौंपा गया ज्ञापन

मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय को माता कौशल्या जन्मभूमि - कोसला के धार्मिक पर्यटन विकास हेतु डॉ शांतिलाल कैवर्त के नेतृत्व में 25 पृष्ठीय सौंपा गया ज्ञापन

गोलू कैवर्त ब्यूरो हेड बलौदाबाजार  : छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय  को रायपुर में उनके निवास राज्य अतिथि विश्रामगृह (पहुना) में मुलाकात कर प्रभु श्री राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि- कोसला धाम से आए 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने 25 पृष्ठीय ज्ञापन सौंपते हुए पावन धरा कोसला के धार्मिक पर्यटन विकास हेतु चार बिंदुओं पर ज्ञापन सौंप कर अयोध्या में श्री राम लला  की भव्य मंदिर की भांति यहां भी माता कौशल्या की भाभी मंदिर बनाए जाने व  इस हेतु माता कौशल्या जन्मभूमि कोसला तीर्थ क्षेत्र न्यास की गठन का आग्रह किया है।

जिसमें जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थित माता  कौशल्या जन्मभूमि कोसला को तीर्थ स्थल के रूप में धार्मिक पर्यटन विकास किए जाने तथा कोसला धाम को 'श्रीराम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना के तहत विकसित करने हेतु छत्तीसगढ़ की आगामी विधानसभा के बजट सत्र में इसके लिए राशि का प्रावधान रखते तथा केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी 'प्रसाद' योजना में शामिल किए जाने संबंधी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें श्री रामनवमी के पावन पर्व पर प्रतिवर्ष पावन धरा कोसला में माता कौशल्या के नाम पर नौ दिवसीय मेला आयोजित करने का आग्रह किया गया है।

डॉ. शांति कुमार कैवर्त्य ने मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय को ज्ञापन देते हुए कहा कि "माता कौशल्या  की वास्तविक जन्मभूमि कोसला ही है" इस संबंध में कैवर्त्य  ने इतिहास में उल्लेखित अनेकों साक्ष्य प्रमाण भी मुख्यमंत्री को सौंपे हैं।

जिसे मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय ने स्वीकार करते हुए इस विषय पर विचार कर जल्द ही अच्छा निर्णय लेते हैं,की बातें कहीं।

मुख्यमंत्री के अलावा ग्राम कोसला से आए प्रतिनिधि मंडल ने धर्मस्व व धार्मिक न्यास एवं संस्कृति व पर्यटन मंत्री तथा रायपुर से दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल  से भी मुलाकात कर उन्हें भी इस विषय पर ज्ञापन दिया है, जिस पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी कहा कि  हम इसे जरूर करेंगे।

साथ ही कोसला  से आए प्रतिनिधि मंडल पूर्व मंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं कुरूद विधायक अजय चंद्राकर को भी ज्ञापन देने उनके निवास गए, किन्तु वे बस्तर दौरे पर थे, उनकी अनुपस्थिति में उनके पीए को ज्ञापन दिया गया। गौरतलब है कि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी पूर्व में ही प्रमाणित साक्ष्य के आधार कहा था कि "माता कौशल्या की वास्तविक जन्मभूमि जांजगीर चांपा जिले में स्थित ग्राम कोसला ही है।"

डॉ.शांति कुमार कैवर्त्य के नेतृत्व में कोसला के इस 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल में अशोक साहू, गौरव तिवारी, महादेवा साहू, बहरता पटेल, लतेल पटेल, मालिक राम साहू, देवारी यादव, श्रवण पटेल, विकास साहू और श्यामलाल यादव शामिल थे।









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