परमेश्वर राजपूत,गरियाबंद : छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक संघ रायपुर के आह्वान पर राज्य सरकार से अपनी चार सुत्रीय मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू हो गई है।
छत्तीसगढ़ प्रबंधक संघ ने 6 फरवरी से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। जिसका सीधा प्रभाव छत्तीसगढ़ के ग्रामीण तेंदूपत्ता एवं अन्य लघुवनोपज संग्रहणकर्ता परिवारों पर देखने को मिलने लगा है। प्रबंधकों के हड़ताल से लघुवनोपज संग्रहण, मिलेट्स संग्रहण, बीमा योजनाएं, तेंदूपत्ता शाखकर्तन पूर्ण रूप से बंद के कगार में है। जिससे 14 लाख परिवारों पर सीधा असर देखने को मिल रहा है।
गौरतलब है कि पुरे प्रदेश में कुल 902 समिति प्रबंधक है और जिले में 70 प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधक कार्यरत हैं। यह समिति लगभग पिछले 36 वर्षों से क्रियाशील है।
प्रबंधकों की मुख्य मांगे-
1. प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधकों की स्वीकृत विभागीय प्रस्ताव के अनुसार तीन स्तरीय संविदा वेतनमान लेवल- 07, 08 एवं 09 का संसोधित आदेश दिया जाए।
2. प्रबंधकों की सेवा नियम 2016 से लागू है जिसमें साफ लिखा है प्रबंधकों की नियुक्ति के एक वर्ष पश्चात उन्हें नियमित माना जाएगा। उसका लिखित में आदेश देकर पालन किया जाए।
3. प्रबंधकों का वेतन उनके निजी खाता में अन्य कर्मचारियों की तरह डाला जाए।
4. शासन के वित्त निर्देश 22/2023 के अनुसार प्रबंधकों का वेतनमान 01/07/2023 से लागू किया जाए।
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