परमेश्वर राजपूत,गरियाबंद : गरियाबंद जिले में एक ऐसा व्यक्ति भी है जो अपना व्यवसाय एवं कार्य छोड़कर राम काज में लगा है । ऐसा हम नहीं ऐसे शिशुपाल सिंग राजपूत जी के कार्य बोल रहे हैं क्यूंकि जिले में जो भी धर्म के बड़े कार्य है, चाहे वह धर्मांतरण का विरोध हो, महिला सशक्तीकरण हो, लव जिहाद जैसे प्रकरणों में घर वापसी या धर्मांतरण जैसे विषयों पर धर्मांतरित परिवार से मिलकर उनको सामाजिक मदद दिलाना या फिर मूल धर्म में वापसी, राम जन्मभूमि निर्माण में निधि संग्रहण का कार्य लक्ष्य से अधिक राशि संग्रहित करना एवं स्वयं भी जिले में सबसे बड़ी राशि देना, अक्षत वितरण का कार्य ज़िले के प्रत्येक गाँव तक पहुँचाना, छात्र छात्राओं की सुरक्षा का विषय हो, कार्यकर्ताओं का विषय हो, सारे विषयों पर पर बिना झिझक एवं निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे हैं। निश्चित ही पूरे गरियाबंद जिले में हिंदुत्व के एक बड़े चेहरे के रूप में उभर कर सामने आये हैं। आज जिले के युवावर्ग भी उन्हें अपना आदर्श मानते हैं कि, कैसे बिना किसी स्वार्थ के दलगत राजनीति से उपर उठकर अपने धर्म एवं समाज के लिए कार्य करना बड़ी बात है।
जिले के युवाओं को अगर धर्म के क्षेत्र में कार्य करना हो तो वह शिशुपाल के साथ जुड़कर कार्य करना चाहते हैं, उनके मार्गदर्शन में जिले के कई लोगों ने धार्मिक क्षेत्रों में अपनी रुचि दिखाई है और आज साथ काम कर रहे हैं। राजनीति के विषय पर भी आज ऐसे लोगों की ज़रूरत समाज को है जो जोड़ने का कार्य करे जिससे समाज में मतांतरण/धर्मांतरण जैसे विषय पर खुलकर बोल सके। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज और देश के लिए कुछ करने का अवसर मिले तो उस कार्य को करने में हम पीछे नहीं हटेंगे। पूज्य पिता जी जगदीश सिंग राजपूत के साथ 1985 से गायत्री मिशन से जुड़कर धार्मिक क्षेत्रों में कार्य करने की रुचि बढ़ी तब से ही गायत्री गौशाला की स्थापना कर गौ सेवा का निरंतर आज पर्यंत तक कार्य कर रहे हैं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अनुसंगिक संगठनों के साथ जुड़ कर ज़िम्मेदारी का निर्वहन जिले में धर्म के कार्यों में अनेक युवाओं के साथ कार्य कर रहे हैं। समय के अभाव से ही ट्रेक्टर शोरूम जैसे बड़े काम को बंद कर धर्मिक कार्य कर रहे हैं।
शिशुपाल जी 1985 के बाद से ही धार्मिक कार्यों में सक्रिय हुए। संघ से जुड़कर दायित्वों का निर्वहन किया तत्पश्चात् 2015 से विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष के रूप में आज पर्यंत तक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन उसी ऊर्जा के साथ कर रहे हैं। दो बार ग्राम धवलपुर के निर्विरोध उपसरपंच चुने गये है। अपने कार्यकर्ताओं के लिए दिन हो या रात हमेशा तत्परता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते है। संयोग ऐसा बना की राम काज में राम जी के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रहकर संतों की सेवा के कार्यों में लगे रहे राम जी का आशीर्वाद तो मिला ही साथ ही अनेक साधु संतों का आशीर्वाद भी प्राप्त हुआ। पूरे गरियाबंद जिले के धार्मिक सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए लोगों का मानना है कि धर्म एवं समाज के लिए निस्वार्थ भाव से खड़े रहने वाले अगर कोई व्यक्ति है तो वह शिशुपाल जी ही हैं।अनेक गौवंश को गौ तस्करों से पकड़ कर अपने गौशाला में रखकर उनकी सेवा करते हैं और उपयोगी गौवंशों को आस पास के किसानों को देते है जिससे किसानों को गौ आधारित कृषि जैसे कार्य में उपयोगी हो। वास्तव में आज जहां लोगों को अपने भाग दौड़ भरे जीवन में इतना समय निकाल कर हिंदुत्व, धार्मिक कार्य एवं गौ सेवा के लिए इतना लगन व समय देना एक सराहनीय कार्य है।
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