राजनांदगांव: पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सितारें इन दिनों गर्दिश में हैं। पहले तो विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को मिली करारी हार, (Objection to Bhupesh Baghel’s candidature) इसके बाद नई सरकार में उनपर महादेव सट्टा प्रकरण में एफआईआर और अब पार्टी के भीतर ही उनकी उम्मीदवारी का खुला विरोध।
जी हाँ भूपेश बघेल को कांग्रेस ने राजनांदगांव सीट से अपना उम्मीदवार बनाया हैं लेकिन अब इस सीट पर स्थानीय-बाहरी का मुद्दा हावी होने लगा हैं। भाजपा पहले ही उनपर सीएम रहते राजनांदगांव की उपेक्षा के आरोप लगा रही थी तो वह अब एक स्थानीय नेता भूपेश बघेल के खिलाफ विरोध के सुर बुलंद कर रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि उनपर विरोधी पार्टी से मिले होने का आरोप भी लगा रहे हैं।
दरअसल कुछ दिन पहले मंच से पार्टी की रीति-नीति पर सवाल उठाने वाले ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के नेता सुरेंद्र दाऊ ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने कहा हैं कि पार्टी नेताओं की मांग थी कि किसी स्थानीय नेता को राजनांदगांव से टिकट दिया जाये। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख दीपक बैज से मुलाकात की हैं। उन्होंने भूपेश बघेल की टिकट काटकर किसी स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाने की वकालत की हैं। उन्होंने भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा हैं कि वह भाजपा से मिले हुए हैं।
सम्मलेन के दौरान पार्टी के मंच से पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस की रीति-नीति पर उठाने वाले सुरेंद्र दाऊ को जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) की तरफ से इस बाबत शोकॉज नोटिस जारी किया गया हैं। उन पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं। इससे पहले सुरेंद्र दाऊ ने कहा था कि उन्हें पहली बार मंच मिला था और सच्चाई बयां की। दाऊ ने इस बयानबाजी के बाद खुद के सुरक्षा की चिंता भी जताई थी।
कौन हैं नहीं जानते
इस मामले में जब राजनांदगांव उम्मीदवार भूपेश बघेल से प्रतिक्रिया चाही गई तो उन्होंने सुरेंद्र दाऊ को पहचानने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा वह ऐसे किसी नेता को नहीं जानते।
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