परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद/ छुरा : गरियाबंद जिले के ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खड़मा सेवा केंद्र के ओम शाँति भवन मे ब्रह्माव्त्सों ने होलिका दहन कर धूमधाम से अलौकिक होली महौत्सव मनायी गई । सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी अंशु दीदी ने सभी ब्रह्मा वत्सो को होली पावन पर्व के निमित्त टीका लगया उन्होने कहा कि होली ईश्वरीय रंगो मे रंग जाने का पावन त्योहार है ।होलिका दहन मन के सारे विकारों का दहन कर आत्मा को पवित्र बनाता है जब ईश्वरीय संग का रंग चढता है तो मन इन्द्रधनुषके सात रंगों की तरह पवित्रता,प्रेम,शान्ती से सराबोर होकर सुख,शक्ती, आनन्द,व ज्ञान की अनुभूति मे आत्मा चमकने लगती है।यह रंग कभी भी मिटता नही तत्पश्चात सेवाकेंद्र मे आये सभी सदस्यों ने अपने मन के सभी विकारों को जलाकर परमात्मा के रंग मे रंग जाने का संकल्प लिया ।
वहीं यादव समाज के जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ राजयोगी बी के गोविंद भाई ने बताया कि परमपिता परमात्मा शिव ने हमें होली शब्द के तीन अर्थ बताये हैं। इनमें होली अर्थात बीती सो बीती, जो हो गया उसकी चिंता न करो तथा आगे के लिए जो भी कर्म करो, योगयुक्त होकर करो, दूसरा होली अर्थात हो गई। मैं आत्मा अब ईश्वर अर्पण हो गई, अब जो भी कर्म करना है, वह ईश्वर की मत पर ही करना है, तीसरा होली अर्थात पवित्रता,जिसे जीवन अपनाकर जीवन को श्रेष्ठ बनायें।वही संस्थान के छोटे छोटे बच्चों ने रास नृत्य कर व अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम में सबका मन मोह लिया। वहीं बच्चों के साथ साथ बड़े बुजुर्गो ने भी ईश्वरीय आनन्द के सच्चे रंग में झूम उठे। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी चन्द्ररिका बहन, खड़मा के वरिष्ठ शिक्षक नारायण लाल निषाद,याद राम साहू, ईश्वर सिंहा,सियाराम सिंहा,अघण सिह ठाकुर,गोविन्द यादव,सज्जन यादव ,शिक्षक हेमलाल यादव,लवण साहू,दुमेश्वर नन्दे,सुखित राम ठाकुर,अलख राम,रिमण निषाद, ब्रह्माकुमारीज गीता पाठशाला गायडबरी,पीपर छेड़ी,कनेशर,मडेली ,कनेसर,छुरा,कर्चाली के सदस्य गण व माताएं , बहनें उपस्थित रहे ।
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