डौंडीलोहारा : विकासखंड के पी एम श्री प्राथमिक शाला डौंडीलोहारा स्कूल के कब बुलबुल ने छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए रीजनल लेवल कब बुलबुल उत्सव गदपुरी हरियाणा में शामिल होकर विभिन्न गतिविधियों में अपनी प्रस्तुति दी बच्चों ने गतिविधियों से दिखाया कि वह किस प्रकार विषम परिस्थितियों में अपना धैर्य रखते हैं, घर से बाहर के वातावरण में किस प्रकार अपने आप को स्थापित किया जा सकता है यह जिले के लिए गर्व की बात है कि लगातार कबिंग के गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन के बलबूते अपनी पहचान बनाई है।
सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी अश्वन साहू जी ने कहा कबिंग की गतिविधि में एक जोश आया है जो बच्चों को खेल खेल में शिक्षा देते हुए सर्वांगीण विकास कर रहे हैं कब बुलबुल को भव्य स्वागत के साथ प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कब बुलबुल के कब मास्टर छगन बंसोर की अगुआई में जिले के कब बुलबुल गतिविधियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। प्राथमिक कक्षाओं के छोटे बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करवाया जाता है। इन छोटे बच्चों में लड़कों को कब और लड़कियों को बुलबुल का नाम दिया गया है। कब बच्चों की गतिविधियां मोगली की कहानी पर आधारित होती हैं, जिसमें छोटे खेल होते हैं। कब बुलबुल बच्चों को तारा स्टोरी से पक्षियों के जैसे तोता, मैना, कोयल आदि के खेल, कहानियां, स्वयं करके सीखने की क्रिया पर बल दिया जाता है। इनको प्रथम चरण से चतुर्थ चरण का पाठ्यक्रम खेल खेल में करवाया जाता है। चारों चरण के पाठ्यक्रम के बाद बच्चों को राज्य स्तर पर टेस्ट देना होता है, जिसमें राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड की चयन प्रक्रिया होती है।
उन्होंने बताया कि कब बुलबुल उत्सव गदपुरी हरियाणा में दिनांक 12 से 16 मार्च के मध्य 7 से 10 वर्ष तक के कब बुलबुल बच्चों के द्वारा बड़ी सलामी, बुलबुल ट्री,आदर्श वाक्य, ,स्टोरी टेलिंग,नियम प्रतिज्ञा, कब-बुलबुल ग्रेडिंग, फ्लेग होस्टिंग ,घेरा गीत, सिक्स सॉन्ग कल्चरल प्रोग्राम, जंगल नृत्य, फोक डांस एडवेंचर गतिविधि रशियन वॉल लेडर क्लेडिंग, मंकी क्लेडिंग, पेपर कटिंग, बुलबुल ट्री प्रतियोगिता, स्टोरी टेलिंग, मेला प्रदर्शनीय, फ्लेग सेरेमनी, योग, जुंबा एरोबिक, उत्सव मेला, टनल, तारा स्टोरी, प्रार्थना, टोटम पोल, प्ले एक्टिंग, आदि लाल फूल व कलरव जैसे सभी गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान होना बताया गया। प्रभारी के रूप में मंजुलता कुजूर व चन्द्रकला ठाकुर शिविर में साथ रहे।
उत्सव के दौरान अभिव्यक्ति कौशल के अंतर्गत कब बुलबुल को प्रत्येक राज्य से अतिथि चुनकर नेतृत्व क्षमता विकसित कर भाव प्रकट करते अनुभव व्यक्त करने का मौका दिया गया। उत्सव के सुश्री शिवांगी सक्सेना सहायक निदेशक मध्य एवं पश्चिमी क्षेत्र उत्सव की संचालिका रही।
स्वागत की कड़ी में पुष्पगुच्छ के साथ मुंह मीठा एवं मंगल शुभकामनाएं बधाई दी गई। एवं बैंड के साथ स्थानीय महाकाली मंदिर से मुख्य मार्ग होते विद्यालय तक मार्चिंग करते हुए विद्यालय के छात्र-छात्राएं के साथ सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारीस्काउटर गाइडर में एलटी सदस्य मिलन सिन्हा, भोला राम साहू, वारुणी दिल्लीवार, संयुक्त सचिव नोम साहू, बीआरसी मोहित राम भौसार्य, संकुल समन्वयक नरेंद्र साहू ,गिरीश निर्मोही, धनेश्वरी सोनवानी , प्रधान पाठक द्वय राजेश लारेन्द्र प्राथमिक व जितेन्द्र देशमुख माध्यमिक, शिक्षिका अल्का खरे, चित्रलेखा साहू , योग शिक्षक अनिकेत साहू, कब मास्टर कैलाश नाथ साहू, परमानंद साहू ,विजय पटेल, डीलेश्वरी साहू व खिलेश्वर गंजीर, मिलिंद नागदेवे, पार्वती प्रसाद, योशिदा यादव ,पालकगण शामिल रहे। एवम बच्चों के माता पिता ने इस उपलब्धि पर गौरान्वित हुए। ग्रुप लीडर, कब मास्टर व फ्लॉक लीडर चयनित बच्चों को बधाई शुभकामनाएं दी गई।
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