माता सबरी की तपोभूमि शिवरीनारायण में श्री राम नवमी की तैयारियां युद्धगति से जारी

माता सबरी की तपोभूमि शिवरीनारायण में श्री राम नवमी की तैयारियां युद्धगति से जारी

 

विनोद केसरवानी ब्यूरो हेड बिलाईगढ़ सारंगढ़ :  माता शबरी की पुण्य जन्मभूमि, छत्तीसगढ के जगन्नाथ पुरी नाम से विख्यात मंदिरो की नगरीय धर्म धरा शबरी धाम शिवरीनारायण मे श्री राम नवमी श्री राम के प्रारागटय दिवस की तैयारियां पूरी जोरों से चल रही है इसी तारतम्य में छत्तीसगढ के प्रमुख तीर्थ स्थल गुप्त प्रयाग शिवरीनारायण के मुख्य मंदिर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर में श्री रामनवमी पर्व के मद्देनजर मंदिर की साफ सफाई, रंग रोगन कर पुताई का कार्य चल रहा है।

श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित हरीश कुमार भोगहा ने बताया कि आनंदकंद मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र का जन्मउत्सव श्री रामनवमी का पावन पर्व 17अप्रैल 2024 दिन बुधवार दोपहर ठीक 12बजे साधु संतो और श्रद्धालुओ की उपस्थिति में भक्तिमय वातावरण में श्री राम चंद्र जी का जन्म उत्सव मनाया जाएगा तदपश्चात श्री शिवरीनारायण भगवान जी और श्री राघवेन्द्र सरकार श्री रामचंद्र जी की महाआरती की जाएगी तथा श्रद्धालुओ को पंजरी और पंचामृत का विशेष प्रसाद का वितरण किया जाएगा इसी कड़ी में श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर और मंदिर परिसर में स्थित सभी मंदिरों का साफ सफाई कर रंग रोगन किया जा रहा है। शाम के समय श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में लगभग 1100से अधिक दीप प्रज्ज्वलित किया जाएगा 108आकाशदीप आसमान में छोड़े जाएंगे रात्रि में भी भगवान श्री शिवरीनारायण जी की महाआरती ढोल नगाड़े और शंख की मधुर ध्वनि और आतिशबाजी के साथ किया जाएगा।

मुख्य मंदिर के पुजारी पंडित हरीश कुमार भोगहा ने बताया कि भगवान श्री विष्णु का सातवां अवतार श्री रामचन्द्र है भगवान श्री रामचंद्र का चैत्र माह के नवमी तिथि को दोपहर के समय पुनवस नक्षत्र तथा कर्क लग्न में हुआ था भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्म के समय सभी ग्रहों की स्थिति बहुत ही शुभ लग्न में था। भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्म होने पर पूरे अयोध्यावासियों के साथ देवलोक के सभी देवी देवताओं ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए फूलों की वर्षा कर खुशियां मनाई। श्री रामनवमी के पावन तिथि पर कोई भी शुभ कार्य शुरू किया जाता है तो उसमे निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है नया वाहन, सोने चांदी की खरीदी तथा नया व्यापार भी रामनवमी के दिन प्रारभ किया जाना बहुत ही शुभ होता है। बताया जाता है कि गोस्वामी तुलसीदास ने श्री रामचरित मानस लिखने का श्री गणेश भी श्री राम नवमी तिथि पर किया था मानस की एक एक चौपाई आज लोगो के लिए किसी अनमोल खजाने से कम नहीं है

श्री रामचरित मानस की चौपाइयों से जीवन की कठिनाइयों और दुखो, विप्तियो से छुटकारा मिलता है मानस की चौपाइयों से आज समस्त दुखो और कष्टों का निवारण हो रहा है।

श्री राम नवमी के महापर्व पर श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर को विद्युत झालरों से सजाया जाएगा दिन भर मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठान, पूजन श्रद्धालुओ के द्वारा श्री राम नाम का संकीर्तन किया जाएगा। श्री रामचंद्र जी के जन्म उत्सव की तैयारियो मे मुख्य मंदिर के पुजारी पंडित हरीश कुमार भोगहा, हर्षवर्धन तिवारी,, मंदिर के सहयोगी भक्तजन, साधु संत और मंदिर प्रबंधन से जुड़े हुए लोग युद्धस्तर पर तत्परतापूर्वक लगे हुए हैं।

 रात्रि में श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर परिसर में पंडित औमप्रकाश शर्मा खरौदवाले के साथ साथियों और श्रद्धालुओ के द्वारा संगीतमय श्री सुंदरकांड का सस्वर गायन कर पाठ किया जाएगा। श्री शिवरीनारायण भगवान मंदिर के साथ ही श्री राम जानकी मंदिर, राम मंदिर, श्री जगन्नाथ मंदिर, मठ मंदिर, श्री राधाकृष्ण मंदिर, केवट समाज द्वारा निर्मित श्री चौबीस अवतार श्री राम जानकी मंदिर, मारवाडी समाज का हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर, श्री लक्ष्मी नारायण भगवान मंदिर, बस स्टैंड के पास गुरुरूपी हनुमान मंदिर,माता अन्नपूर्णा देवी मंदिर के साथ ही नगर के सभी मंदिरों में श्री राम नवमी पर्व को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही है।






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