तिल्दा में दो ट्रैक्टरो पर खनिज विभाग ने करते हुए थाना लवन लाया, लेकिन बिना शमन शुल्क काटे महज5 मिनट में छोड़कर सवालों से घिरी

तिल्दा में दो ट्रैक्टरो पर खनिज विभाग ने करते हुए थाना लवन लाया, लेकिन बिना शमन शुल्क काटे महज5 मिनट में छोड़कर सवालों से घिरी

   गोलू कैवर्त संभाग प्रमुख छत्तीसगढ़ बलौदाबाजार : लवन तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत तिल्दा है।जंहा पिछले कुछ दिनों से रेत का  अवैध खनन एवं परिवहन चरम पर है।जो बलौदाबाजार जिला में रेत खनन के मामले में पहले पायदान पर पहुंच कर खूब सुर्खियां बटोर रही है।लगातार खनिज विभाग को मीडिया, मुखबिर ,विधायक से शिकायत मिलते रहा है जिसके बावजूद खनिज विभाग कार्रवाई में सफलता प्राप्त नहीं कर पा रहा है।सूचना पर खनिज विभाग ने शुक्रवार12 अप्रैल को शाम 5बजे रेड कार्रवाई किये थे ,जंहा 2 ट्रैक्टर को रँगे हाथ पकड़े बाकी ट्रैक्टर नौ दो ग्यारह होने की जानकारी प्राप्त हुआ है लेकिन जिन दो ट्रैक्टर को कब्जे में लेकर खनिज विभाग के सिपाही तिवारी लवन थाना लेकर आए उन दोनों ट्रैक्टर को किसी भाजपा नेता के फोन आने पर बिना शमन शुल्क काटे छोड़ने की जानकारी मीडिया को प्राप्त हुआ है।अब आपको आगे बताते चलें कि जिन दो ट्रैक्टर पर खनिज विभाग ने कार्रवाई करते हुए थाना लाए थे वह तिल्दा के मशहूर रेत तस्कर के बताए जा रहे हैं, अब भला ऐसे मशहुर रेत तस्कर के ट्रैक्टरो को राहत देने के मायने क्या है, क्यों बिना शमन शुल्क काटे इतनी जल्दी क्यों छोड़ा गया?इस लापरवाही में क्या सिपाही तिवारी जिम्मेदार है या  खनिज विभाग के उच्च अधिकारी, सम्पूर्ण प्रकरण जांच के दायरे में आ चुका है, आखिर एक रेत के मुख्य  तस्कर जो बारह महीने इसी काम मे चूर होकर प्रशासन को न जाने कितने रुपये, कितने लाख ,कितने करोड़ का चपत लगाते आ रहा है आखिर खनिज विभाग के सिपाही तिवारी ने इतनी बड़ी मेहरबानी किसके फोन आने और किसके कहने पर दिखाते हुए थाना से गाड़ियों को पकड़ने के महज मिनटों बाद क्यों छोड़ दिया गया?क्या रिश्वत का सौदा बाजी मार गया या कुछ और वजह है फिलहाल सम्पूर्ण कार्रवाई जांच के घेरे में आ गया है कि कैसे खनिज में रसूख हावी है और गरीब किसानों पर कार्रवाई के नाम पर खनिज विभाग वाहवाही लूटने में पीछे नहीं रहता?क्या खनिज विभाग छोड़े हुए गाड़ी को फिर थाना लेकर आएगा या सिपाही तिवारी के करतूतों के लिए खनिज विभाग या जिला कलेक्टर कोई बड़ा उपहार देगा।खनिज विभाग की कार्रवाई भी अजब गजब की है।ग्रामीणों द्वारा रेत की अवैध खनन रोकने के लिए रोजाना गुहार लगाई जाती है लेकिन यह तो कहानी कुछ अलग ही निकल कर सामने आते रहा है।कार्रवाई की जानकारी मीडिया को भी विभाग से मिल जाता है लेकिन कुछ घंटे बाद छोड़ने की जानकारी नही देना खनिज विभाग की कार्रवाई सवालों के घेरे में है।

आखिर तिल्दा के रेत तस्कर के दोनों ट्रैक्टर को थाना से  महज मिनटों बाद छोड़ने वाले कर्मचारी पर क्या जिला प्रशासन एक्शन लेगा या इस पकड़ो और छोड़ो के फिल्म का डारेक्टर कोई और है।या अपनी छवि को बेदाग बनाने के लिए रेत तस्कर के दोनों ट्रैक्टर पर शमन शुल्क नहीं काटते हुए थाना में कुछ महीने के लिए खड़ा रखेगा।सम्पूर्ण मामला दिलचस्प है सबकी निगाहें इस बात पर बनी हुई है आगे इस प्रकरण का क्या रोचक परिणाम क्या आएगा ?देखने वाली बात है।वहीं इस मामले पर खनिज निरीक्षक भूपेंद्र भक्त ने बताया कि  दो ट्रैक्टर पर तिल्दा में शुक्रवार को कार्रवाई हुआ है लेकिन छोड़ने की जानकारी नहीं है कि बात कहा।वंही जिला खनिज अधिकारी कुंदन बंजारे ने कहा कि वह छुट्टी पर होने के कारण नहीं बता पाएंगे कि बात कहा।आरोप झेल रहे सिपाही तिवारी किसी भी मीडिया कर्मियों का 20बार कॉल करने पर नहीं उठा रहे हैं।

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