बलौदा का मीरी ढाबा संचालक किराना दुकान के आड़ मे खुलेआम बेच रहा है अवैध देसी मदिरा, राज्य सरकार ने रामनवमी को किया था ड्राई डे घोषित

बलौदा का मीरी ढाबा संचालक किराना दुकान के आड़ मे खुलेआम बेच रहा है अवैध देसी मदिरा, राज्य सरकार ने रामनवमी को किया था ड्राई डे घोषित

जांजगीर-चाम्पा : छत्तीसगढ़ सरकार ने रामनवमी पर ड्राई-डे घोषित किया था। इसके लिए बाकायदा आदेश भी जारी किया गया था। इसके बाद भी बलौदा के बूड़गहन चौक के पास स्थित एक निजी ढाबा में खुलेआम शराब बेची गई। यहां शराब प्रेमियों का जमावड़ा सुबह से लगा रहा। जहां 100 का क्वाटर 150 से 300 तक में बेची गई। होटल में धड़ल्ले से ब्लैक में शराब बेचने का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें ढाबा नुमा किराना दुकान के बाहर शराबियों का जमावड़ा दिख रहा है। उनसे एक व्यक्ति पैसे वसूल रहा है और बदले में शराब की बोतलें उन्हें दे रहा है। 

नगर पंचायत बलौदा में संचालित मिरी ढाबा इन दिनों अवैध देसी शराब बेचने के लिए काफी मशहूर है। जहां पर आबकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। वही रामनवमी को जहां प्रदेश की सभी मदिरा दुकाने बंद थी, वही बलौदा के मिरी ढाबा में सरकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। जहां पर दुकान में खुलेआम लोग शराब खरीदते नजर आ रहे हैं। बलौदा बुडगहन चौक के पास जहां दिन भर हजारों लोगो का आना-जाना बना रहता है, पास में ही एक निजी महाविद्यालय भी स्थित है, यहां पर इस तरह का कृत्य किए जाने से पूरे क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है। दूसरी ओर आबकारी विभाग के अधिकारी से लेकर बलौदा पुलिस भी अवैध देसी मदिरा बेचने वालों पर पूरी तरह से मेहरबान नजर आ रहें है। नगर पंचायत बलौदा में जगह-जगह पर खुलेआम अवैध शराब बेचा जा रहा है। वहीं नगर वासियों का कहना है कि आखिर मुख्य मार्ग व चौक चौराहे जैसी जगह पर पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे खुलेआम शराब बेचा जाना कहीं न कहीं बलौदा थाना सहित जिले के पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा है।  जिससे नगर सहित क्षेत्रवासी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहें हैं। पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह के कृत्य पर अंकुश लगाएं, ताकि सामाजिक माहौल ठीक बना रहे। परन्तु रामनवमी पर शासन के द्वारा दिये ड्राई डे के आदेश का क्षेत्र में पालन न करवा पाना कहीं न कहीं बलौदा थाना और आबकारी विभाग के कार्यप्रणाली पर संदेह पैदा करता है।

इस मामले पर थाना प्रभारी से उनका पक्ष जानना चाहे तो उनके द्वारा गैर जिम्मेदाराना अंदाज में बोला गया कि "इतनी छोटी से बात के लिए आप क्या वर्जन लेंगे थोड़ा बड़ा काम कुछ करने दीजिए फिर आप हमारा पक्ष जानना"






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