महासमुंद : धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन ही सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण बचाए थे इसलिए वट सावित्री व्रत को विवाहित महिलाओं के द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं वट वृक्ष के समीप ही सावित्री और सत्यवान की कथा सुनाई जाती हैं सभी महिलाएं पूजा सामग्री के साथ वटवृक्ष की पूजा करते हैं महिलाएं एक दूसरे के माथे पर तिलक लगाकर सुखी जीवन की कामना करते हैं वटवृक्ष की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि वट वृक्ष की आयु बहुत लंबी होती है हजारों साल वह जिंदा रहता है इसलिए इस मान्यता को मानते हुए सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा करते हैं और वट वृक्ष के अनुसार ही उनके पति की लंबी आयु को यह इच्छा प्रकट करते हैं पिथौरा थाना की सुहागिन महिलाएं ने वट वृक्ष की पूजा की और अपने पति की लंबी उम्र की कामना की।
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