दंतेवाड़ा : केंद्रीय विद्यालय किरंदुल में 05 जून से 12 जून तक ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया जा रहा है।इस शिविर के अंतर्गत आज प्राचार्य बलजिंदर सिंह एवं अध्यापक जगदीश नारायण के नेतृत्व में अध्यापिका रक्षिता मधुकर ने "रिड्यूस वेस्ट" विषय पर विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान कीं।उन्होंने बताया कि कचरा कितने प्रकार का होता है और हमें कचरे को अलग-अलग करना कितना आवश्यक है, जैसे सूखा कचरा, गीला कचरा, जैव-चिकित्सा कचरा, खतरनाक कचरा, प्लास्टिक कचरा, एवं ई-वेस्ट के लिए अलग बिन्स होने चाहिए।कचरे को कम करना आज के समय के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि 4% की दर से हर साल भारत में कचरा बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने कचरा प्रबंधन की 5 तकनीकें भी बताईं। किस प्रकार जैविक कचरे से कम्पोस्ट, बायोगैस एवं तरह-तरह के क्राफ्ट बनाकर हम कचरे का पुनः उपयोग कर सकते हैं।विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में बहुत उत्साह के साथ भाग लिया और प्रेरित होकर अपने घर के कचरे को अलग करने के लिए कार्डबोर्ड से बिन्स बनाए और तरह-तरह के क्राफ्ट बनाए।जैसे कांच व प्लास्टिक की बोतल को खूबसूरती से सजाया , पिस्ता शेल से फूल बनाए और वेस्ट पेपर को रिसायकल कर हैन्डमेड पेपर बनाया।
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