डोंगरगढ़ में धूमधाम से मनाई गई संत कबीरदास जयंती

डोंगरगढ़ में धूमधाम से मनाई गई संत कबीरदास जयंती

डोंगरगढ़ : मानिकपुरी पनिका समाज एवं कबीर पंथी विचारधारा के संयुक्त तत्वावधान में 22 जून दिन शनिवार को कबीर गुरुद्वारा कबीर मंदिर छीरपानी तालाब डोंगरगढ़ में संत शिरोमणि सद्गुरु कबीर साहेब जी का प्रकट उत्सव कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें साजा मुसवाडीह से पधारे महंत साहेब एवं महंत श्री गोपेश्वर दास मानिकपुरी जी, महंत श्री प्रताप दास जी, महंत श्री सुकृत दास जी के द्वारा मंत्रोच्चार एवं विधि विधान से निशान पुजा कराया गया। और संत कबीरदास साहेब जी के लोकप्रिय भजन कीर्तन करते हुए डोंगरगढ़ के मुख्य मार्गों से होते हुए महावीर तालाब पहुंच कर आमीन माताओं द्वारा महावीर तालाब से सगरी भरकर एवं कमल-पुष्प सुशोभित सद्गुरु कबीर साहेब जी को हर्षोल्लास के साथ कबीर पंथी एवं मानिकपुरी पनिका समाज के पदाधिकारियों, महिला,पुरुष और बच्चे द्वारा मीठी मीठी कबीर किर्तन करते हुए सद्गुरु कबीर साहेब जी स्वरूप में संत महंतों को ससम्मान  कबीर गुरुद्वारा कबीर मंदिर लाया गया एवं आरती उतार कर, पांव पखार कर, गुरु गद्दी पर बैठा कर मानिकपुरी पनिका समाज द्वारा गुरु गद्दी पर बैठा कर मानिकपुरी पनिका समाज द्वारा गुरु पुजा एवं गुरु महिमा का स्तुति किया गया। उसके बाद गद्दी पर आसीन महंत दिवानो और धर्म गुरुओं द्वारा कबीर प्रकट उत्सव सात्त्विक चौका और सद्गुरु कबीर साहेब जी को नारियल भेंट कर सात्त्विक चौका आरती में सभी ने बारी बारी से अपना शीश झुकाकर साहेब को बंदगी प्रणाम किया। पूरा कबीर धर्मशाला साहेब बंदगी साहेब के जयकारों से गूंज उठा था। उसके बाद सद्गुरु कबीर साहेब जी के महिमा मंडन किया गया एवं साहेब के जीवन परिचय पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। जिसे समाजिक पदाधिकारी एवं उपस्थित जनसमुदाय द्वारा खूब सराहा गया। तत्पश्चात प्रसाद वितरण करने के बाद भोजन भंडारा देर शाम तक चलता रहा कार्यक्रम में मुख्य रूप से गोपाल दास मानिकपुरी,शरद दास मानिकपुरी, केशव दास मानिकपुरी,मगन दास मानिकपुरी, श्री ललित किशोर नारंग जी, श्री सुकृत दास मानिकपुरी, दयाल दास मानिकपुरी, बोधन दास मानिकपुरी सहित भारी संख्या में कबीर साहेब के अनुयायियों की मौजूदगी रही।









You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments