राजनांदगांव : किसी भी महिला का सबसे बड़ा सपना मां बनना होता है । विवाहित महिला को इसी सुख को पाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था । अपने पांच बच्चों को प्रसव से पूर्व ही खो देने वाली महिला को अंततः कुमुद मोहबे मेमोरियल हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरभि मोहबे ने मातृत्व सुख प्रदान कर उसके सपनों को साकार कर दिखाया । डॉ. सुरभि ने बताया कि उक्त महिला लाखों में एक को होने वाली एक विशेष बीमारी से पीड़ित थी । नगर के कुमुद मोहबे मेमोरियल हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.सुरभि मोहबे ने एक बार फिर वह काम कर दिखाया है जिसके लिए आमजन डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया करते हैं । " प्रेग्नेंसी इंड्यूस्ड हाइपरटेंशन " नामक बीमारी से ग्रसित महिला की पूरे नौ माह तक गंभीरता पूर्वक देखभाल करते हुए डॉ.मोहबे ने उसे मां बनने का सुख प्रदान किया । प्रसूता श्रीमती सीमा भारती ने बताया कि उसका पहला बच्चा पांच माह में ही पेट में मर गया था । जब दूसरी बार वह गर्भवती हुई तो वह बच्चा भी आठ महीने में पेट में खराब हो गया । मां बनने का सपना लिए जब वह तीसरी , चौथी और पांचवी बार गर्भवती हुई तब भी उसके बच्चे 7 और 8 माह में पेट में खराब हो गए । जब भारती डॉ. सुरभि के पास पांचवीं बार पहुंची ,तब उसके पेट में बच्चा मर चुका था और बी पी भी बढ़ा हुआ था ।
छठवीं बार जब ऐसा अवसर आया तो वह डॉ.सुरभि मोहबे के संपर्क में आई और पूरी केस हिस्ट्री उन्हें बताई । डॉ. मोहबे ने सारी जांच प्रक्रिया के बाद बीमारी को पकड़ा और छठवीं बार गर्भवती होने पर 22 जून को स्वस्थ बच्चे का जन्म कराया । अपने स्वस्थ एवं जीवित बच्चे को पाकर श्रीमती सीमा भारती की खुशी का ठिकाना न रहा और उसने डॉक्टर को भगवान का दर्जा देते हुए हृदय से धन्यवाद दिया । डॉ. सुरभि का कहना है कि बच्चा और उसकी मां पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं । उन्होंने यह भी बताया कि जन्म के समय बच्चे का वजन 3 किलोग्राम था ।
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