राजनांदगांव : भाजपा किसान नेता अशोक चौधरी ने कहा कि खेती की बुवाई के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता होती है लेकिन वर्तमान स्थिति में सोसायटियों में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है और डीएमओ ऑफिस से ज्ञात हुआ है कि आगामी कुछ दिनों तक डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो पाएगा। आगामी कुछ दिनों में खेती की बुवाई रोपाई खत्म हो जाएगी। ऐसे में कृषि वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि बुवाई के अवसर पर एक एकड़ खेत में 52 किलो डीएपी एक मुस्त डालना चाहिए और यदि डीएपी उपलब्ध न हो तो उसके बदले में 156 किलो सिंगल सुपर फास्फेट डालना चाहिए। इससे डीएपी खाद की पूर्ति सिंगल सुपर फास्फेट से हो जावेगी। इसलिए किसान भाई चिंता ना करें और डी ए पी की जगह सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग करें। कृषि वैज्ञानिको के अनुसार सिंगल सुपर फास्फेट और डीएपी बुवाई केसमय एक मुश्त डालना चाहिए। बुवाई रोपाई में राईजोबेरियम कल्चर का उपयोग अवश्य करना चाहिए। कृषि विभाग मे कल्चर समाप्त हो गया है। कृषि सेवा केंद्र मे अथवा ग्राम सेवकों से सम्पर्क कर तरल कल्चर लेकर रेत मे मिलाकर छिड़काव करे इससे जमीन पोली होगी और बीज का संरक्षण भी होगा। किसान काल सेंटर नं. 1551 में काल कर जानकारी ले सकते है।
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