जिले में 1 जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया कैम्पेन,स्वास्थ्य विभाग ने ज़ारी की एडवायजरी

जिले में 1 जुलाई से 31 अगस्त तक स्टॉप डायरिया कैम्पेन,स्वास्थ्य विभाग ने ज़ारी की एडवायजरी

 

गोलू कैवर्त संभाग प्रमुख छत्तीसगढ़ बलौदाबाजार  : प्रदेश सहित जिले में भी बारिश का मौसम आ चुका है। ऐसे में इस मौसम में डायरिया जैसे रोग की रोकथाम हेतु जिले में स्टॉप डायरिया कैम्पेन 1 जुलाई से शुरू कर दिया गया है जो 31 अगस्त तक ज़ारी रहेगा। जानकारी देते हुए जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया की उक्त कैम्पेन कुल चार चरणों।में चलाया जा रहा है जिसमें पहले चरण में मूल-भूत तैयारियों जैसे ओ आर एस की उपलब्धता,शौचालयों की सफाई ,पूर्व में पीड़ित बच्चों की लाइन लिस्टिंग,जल की उपलब्धता तथा उपलब्ध जल का परीक्षण ,पानी की गुणवत्ता का आंकलन ,कचरे का सही प्रबंन्धन आदि महत्वपूर्ण कार्य प्रथम चरण में होंगे । ऐसे ही हर चरण के लिए विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। जिला नोडल अधिकारी डॉ अभिजीत बैनर्जी के अनुसार 0-5 वर्ष तक के बच्चों में डायरिया मृत्यु का मुख्य कारण है ।

डायरिया पाचन से संबंधित एक संक्रामक रोग है जिसमें व्यक्ति को दस्त आना शुरू हो जाते हैं। यह दूषित पानी और भोजन के सेवन से होता है। डायरिया में व्यक्ति को लगातार दस्त आते हैं जो यदि ठीक न हो तो निर्जलीकरण का कारण बन सकते हैं जिससे जान का खतरा हो सकता है । कुपोषित लोगों, शिशुओं, छोटे बच्चों, और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों में इस तरह के खतरनाक संक्रमण का शिकार होने का खतरा अधिक होता है। डायरिया के कुछ लक्षण हैं -पतला दस्त,पेट में ऐंठन या मतली और उल्टी,बुखार, निर्जलीकरण,भूख में कमी। समय पर उपचार न लेने से जान भी जा सकती है। डायरिया से बचाव हेतु साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए दूषित जल और खान-पान से बचना चाहिए । पेयजल स्रोतों में ब्लीचिंग पाउडर का उपयोग किया जाए घरों में क्लोरीन टेबलेट भी डाली जा सकती है। भोजन ताज़ा और आवश्यकता होने पर जल उबाल कर पीना सही रहता है ।

पीड़ित होने पर ओआरएस घोल एवं जिंक गोली दी जाए तथा तत्काल अस्पताल में संपर्क करना चाहिए इसके शीघ्र पहचान और निदान से शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। बच्चों में इस कारण होने वाली मौतों की रोकथाम हेतु ही यह कैम्पेन चलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक सृष्टि मिश्रा के अनुसार डायरिया से बचाव हेतु  जागरूकता बाबत नारे लेखन,मितानिन दवा पेटी में ओआरएस,जिंक टेबलेट दिया गया है।इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्रों में ओआरएस कॉर्नर भी बनाये गए हैं।  कलेक्टर दीपक सोनी ने स्वास्थ्य विभाग के साथ -साथ शिक्षा,पंचायत,पेय जल एवं स्वच्छता,लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी को समन्वय बना कर कार्य हेतु निर्देशित किया है साथ ही किसी क्षेत्र में डायरिया की स्थिति पर तत्काल सूचना और रोकथाम हेतु सभी को सावधान रहने को कहा है

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