राजनांदगांव : मोटी ब्याज दर और समय-समय पर मदद के बहाने जमीनों पर गिद्ध नजर रखने वाले गिरोह सक्रिय है शहर के साथ साथ अब यह गिरोह ग्रामीण क्षेत्रों में कौन कम पढ़े-लिखे और सीधे-साधे गरीब किसानों को ढूंढने की जुगत में लग गए हैं मतलब सीधा और साफ की अधिक दर पर राशि मुहैय्या करो और फिर सीधे-साधे भोले भाले किसानों को डर और दांव पेंच में फांसकर मूल रूपी जमीन हड़पो की नियत को जमीनी हकीकत मे बदल कर जमीनों को अपने गुर्गों के नाम कराने की कोशिश भी छुरिया क्षेत्र के लगभग 14 किसान परिवारों के साथ सैकड़ो लोगों ने आज कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे। मुगल किशोर पिता सहदेव जाति गोड, ने लालू टोला के अख्तर खान पर धोख-धड़ी कर पैसा गबन करने का गंभीर आरोप लगाया है
पीड़ित ने अपने ससुर रामनाथ पिता बिसाहू, जाति गोड के साथ अख्तर खान पिता अब्बास खान निवासी लालूटोला द्वारा धोखधडी कर अधिक रकम निकाल लिया जाने का मामला सामने आया है प्रार्थी ने कहा कि मेरे ससुर द्वार घर वालो को इस बात की जानकारी दी गई थी कि मैं घर के काम के लिए 1,20,000 रूपये ब्याज में अख्तर खान के माध्यम से राजनांदगांव से लाया था जिसका हम लोग 6000 रू. (अक्षरी है हजार रूपये) प्रति माह अनावेदक अख्तर खान को दे रहे थे। और अनावेदक अख्तरखान द्वारा घर आ कर उक्तब्याज की रकम ले जाता था। यह कि ससुर के द्वारा कुछ कारण वश दो माह का ब्याज नही दे पाया तब अख्तर खान घर आया और डराया धमकी दिया की तुम लोग मुल धन के दो लाख पचास हजार रूपये और ब्याज की रकम नही पटा रहे हो नहीं पटाओगे तो तुम्हारे जमीन को दूसरे के पास बेच देगे यह बात किसी को भी नही बताना नही तो हमसे बुरा कोई नही होगा । ऐसा धमकी अख्तर खान के द्वारा दो चार दिन में आता और दिया करता था। आवेदक के ससुर स्व. रामनाथ को हुआ की मेरे नाम पर अख्तर खान के द्वारा दो लाख पचास हजार रूपये निकाल लिया है ।यह ज्यादा रकम की बात सुनकर प्रार्थी के ससुर को सदमा लगा दो दिनो के बाद उसकी मृत्यु भी हो गई। पीड़ित परिवार इसका जिम्मेदारी अख्तर खान को ही मान रहे है।
14 किसानो की अलग-अलग कहानी
ब्याज में पैसा देने को लेकर और ज्यादा राशि के अलावा उनके खातों से राशि निकालने के मामले को लेकर मामला अत्यंत ही चौंकाने वाला है। सबसे बड़ी बात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सूद खोरों का जाल इस कदर फैला हुआ है कि बाकायदा इस मामले को लेकर जब ग्रामीण जनों ने बैठक की उसे बैठक में भी राजनंदगांव का एक सूदखोर बाकायदा मौजूद था। छुरिया के किसानों पर जो आफत अभी नजर आ रही है उसके तार राजनांदगांव से जुड़े हुए हैं। इस मामले की तफ्तीश करने पर सहदेव नगर का एक व्यक्ति जो किराना दुकान का काम करते हैं उसके माध्यम से ही छुरिया क्षेत्र में रुपए बांटे गए हैं जानकार सूत्र इस मामले में यह बता रहे हैं कि बड़े व्यवसाईयों का पैसा उस किराना दुकान वाले के माध्यम से चलाया जा रहा है जिसमें से कुछ बिल्डर और कुछ जर्दा से जुड़े व्यापारी का भी पैसा है।
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने की दिशा में
प्रदेश में जहां आदिवासी मुख्यमंत्री है वहीं अगर आदिवासी किसानों के साथ में छल कपट और ब्याज खोरी का मामला आता है तो कहीं ना कहीं यह बात पुलिस के लिए भी चुनौती पूर्ण है इस मामले में एसडीओपी डोंगरगढ़ को जांच अधिकारी नियुक्त किया जा रहा है और सिलसिलेवार जांच की प्रक्रिया पर उच्च अधिकारियों की सूक्ष्म नजर रहेगी इस मामले की जांच के बाद आखिर कौन दोषी होता है यहां जांच के पश्चात ही पता चल पाएगा बहरहाल यह मामला भारतीय जनता पार्टी के नेता और आदिवासी समाज के एमडी ठाकुर द्वारा उठाया गया है इसलिए कहीं ना कहीं इस मामले की गंभीरता के परिणाम सामने शीघ्र ही आयेंगे।



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