बालोद : गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर शास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चिखली में आज गुरु पूर्णिमा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था प्राचार्य श्रीमती विनिता सैनी ,जेआरसाहु, एआर मंडलोई, डीडी जोशी,मनीषा शर्मा , दीप्ती कोसमार्य, शिवानी राव,अतिथि के रूप में शामिल थे। मंच संचालन श्री संजय ठाकुर व्याख्याता के द्वारा किया गया।सर्व प्रथम विद्या की देवी मां सरस्वती के पूजन पश्चात गुरु की महता को बताने के लिए सर्वप्रथम जे आर साहू सर को आमंत्रित किया गया, उन्होंने विस्तार पूर्वक गुरु के की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में गुरु का अपना महत्व होता है बिना गुरु के भवसागर पार करना मुश्किल है सभी को गुरु की आवश्यकता पड़ती है अतः हमें अपने जीवन में एक गुरु जरूर बनना चाहिए ।चंद्रशेखर पवार ने गुरु वंदना के माध्यम से गुरु की महिमा का वर्णन किया ।
उद्बोधन की कड़ी में बीआर कुलदीप व्याख्याता ने भी अपने शब्दों में गुरु पूर्णिमा मनाने कब से प्रारंभ हुआ एवं महर्षि वेदव्यास के जन्मदिवस को गुरू पूर्णिमा मनाना बताया।यह परंपरा अपने गुरु को सम्मान देने के लिए प्रारंभ हुआ था। आर पी देवांगन ने भी अपने उद्बोधन में संस्कृत भाषा के माध्यमसे गुरु के संबंध में बताएं। अंत में सस्था प्राचार्य ने बच्चों को गुरु पूर्णिमा की बधाई देते हुए गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया, तथा गुरू बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती जिस तरह एकलव्य ने महर्षि द्रोणाचार्य को गुरू बनाकर धनुर्विद्या में पारंगत हो गया था।ऐसे व्यक्ति को गुरू बनाना चाहिए जिससे हमें कुछ सीखने को मिले जिनका आचरण शुद्ध हो । आज के कार्यक्रम में संस्था के समस्त स्टाफ के साथ-साथ बच्चों की उपस्थिति रही।
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