केरल के वायनाड में भीषण लैंड स्लाइड हुआ है। लैंड स्लाइड के कारण कई लोग मलबे में दब गए हैं। इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब तक 43 पहुंच गई है। माना जा रहा है कि ये आंकड़ा और आगे बढ़ सकता है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार की रात 1 बजे के बाद से वायनाड के मेप्पाडी, मुबदक्कई और चूरल मला पहाड़ियों पर लैंडस्लाइड हुआ है।
कब हुआ लैंड स्लाइड
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, वायनाड में रात 1 बजे मुबदक्कई में सबसे पहले लैंडस्लाइड या भूस्खलन हुआ। अगला भूस्खलन चूरल माला में सुबह 4 बजे हुआ। उस समय वहां बचाव अभियान चल रहा था। कैंप के तौर पर काम करने वाला एक स्कूल, एक घर, एक स्कूल बस सभी कथित तौर पर बाढ़ में डूब गए और कीचड़ और पानी से भर गए।
हेल्पलाइन नंबर जारी
केरल के स्वास्थ्य विभाग ने एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। सरकार ने किसी भी आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं। जानकारी के मुताबिक, लैंडस्लाइड से सबसे ज्यादा नुकसान चूरलमला और मुंडक्कई गांव में हुआ है। इन दोनों गावों का एक हिस्सा लैंड स्लाइड की वजह से बह गया है। यहां पर एक रिसोर्ट, कुछ होम स्टे सहित कई मकान लैंड स्लाइड के मलबे में दब गए हैं। नदी पर बने पुल के टूट जाने की वजह से मुंडक्कयी गांव तक रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पा रही है। प्रतिकूल मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर भी वहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
400 परिवार फंसे
रिपोर्ट के मुताबिक, चूरल माला शहर में एक पुल के ढ़हने के बाद करीब 400 परिवार फंसे हुए हैं। कई लोगों के घायल होने की खबर है और कई घर बह गए हैं। पूरे क्षेत्र में बिजली गुल होने के कारण नुकसान का अंदाजा फिलहाल नहीं लगाया जा पा रहा है।
बचाव अभियान जारी
लैंडस्लाइड वाली जगह पर फायर ब्रिगेड, और बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम के 250 सदस्य बचाव अभियान चला रहे हैं। केरल सरकार ने 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की बचाव टुकड़ियों की मांग की है।
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