देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश से तबाही मची हुई है। वर्षा संबंधी घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गयी और करीब छह अन्य लोग घायल हो गए हैं। भारी बारिश के चलते सड़क बह जाने के बाद केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। जानकारी के मुताबिक भीमवली और रामबाड़ा के बीच करीब 20 से 30 मीटर रास्ता बह गया है। वहीं सोनप्रयाग के पास करीब 100 मीटर सड़क सैलाब में बह गई है।
तप्तकुंड भी सैलाब में तबाह
गौरीकुंड में पड़ने वाला तप्तकुंड भी सैलाब में पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। तप्तकुंड मलबे से पूरी तरह दब गया है। तप्तकुंड में श्रद्धालु स्नान करते हैं। कई रास्तों के सैलाब में बह जाने के चलते प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा रोक दी है।
केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं का रेस्क्यू
वहीं जो श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं उन्हें रेस्क्यू कर वापस लाया जा रहा है। वहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु फंसे हुए हैं। उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू कर वापस लाया जा रहा है। श्रद्धालुओं के ऊपर जाने पर भी रोक लगा दी गई है। प्रशासन की प्राथमिकता अभी फंसे हुए श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कराने की है।
देहरादून में दो लोग नहर में डूबे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में बारिश से बिगड़े हालात की समीक्षा की तथा कहा कि प्रदेशवासियों और राज्य के बाहर से आए यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित स्थानों पर बचाव दलों ने रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रायपुर क्षेत्र की एक नहर में बुधवार रात दो व्यक्ति डूब गए। उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं जिनकी पहचान सुंदर सिंह और अर्जुन सिंह राणा के रूप में हुई है।
रूड़की में मकान ढहने से तीन लोगों की मौत
हरिद्वार जिले में रूड़की क्षेत्र के भारपुर गांव में भारी बारिश से एक मकान ढह गया जिससे उसके मलबे के नीचे दबने से तीन व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा करीब छह लोग घायल हो गए। टिहरी जिले के घनसाली के जखनयाली गांव में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गयी। टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि मलबे से भानु प्रसाद (50) और उनकी पत्नी नीलम देवी (45) के शव बरामद हुए जबकि उनके पुत्र विपिन (28) को घायल अवस्था में निकाला गया। उन्होंने बताया कि देर रात करीब दो बजे सांस लेने में शिकायत के कारण विपिन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश ले जाया जा रहा था लेकिन देर रात उसने दम तोड़ दिया।
जो जहां हैं वहीं रुका रहे, एजवाइजरी जारी
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ दर्शन के लिए रुद्रप्रयाग तक पहुंचे तीर्थयात्रियों के लिए एक परामर्श जारी किया गया है जिसमें उनसे कहा गया है कि वे फिलहाल जहां भी हैं, सुरक्षित रूके रहें और अपनी केदारनाथ धाम यात्रा को स्थगित कर दें। परामर्श में कहा गया है कि इस समय सोनप्रयाग से आगे मोटरमार्ग और पैदल मार्ग की स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है। मार्ग सही होने व यात्रा के सुचारू होने की सूचना अलग से दी जाएगी। बीती रात भारी बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर भीमबली में 20-25 मीटर का मार्ग बह गया तथा पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरकर रास्ते में आ गए हैं।
Comments