राजनांदगांव : जन समुदाय में नई शिक्षा नीति के प्रचार एवं प्रसार हेतु स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल डीएमसी सतीश ब्योहरे एड़ीओपी पी आर झाड़े एपीसी एम आर अंसारी के मार्गदर्शन में जिला और विकासखंड स्तर पर शिक्षा कोर समूहों का गठन किया गया | इसी क्रम में प्रत्येक शालाओं के मॉनिटरिंग हेतु डोंगरगाव विकासखंड के लिए बीईओ आर एल पात्रे, नोडल अधिकारी जयंत साहू, एबीईओ रश्मि ठाकुर, क्षितिज शोरी एवं बीआरसी अरविंद रत्नाकर के मार्गदर्शन में भी निरीक्षण कार्य किया गया |शिक्षण सप्ताह के प्रत्येक दिवस हेतु जिला द्वारा निरीक्षण दलों का गठन किया गया जिसमें निरीक्षण अधिकारी विरेंद्र कुमार रंगारी, थगेश्वर साहू, नोहर दास साहू, शत्रुहन तिवारी, कोनिका सोनी, राहुल जैन, डामन साहू, देवेंद्र साहू द्वारा शालाओं का सतत रूप से निरीक्षण कार्य करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया गया |
दिनांक 22 जुलाई से 28 जुलाई तक शालाओं में हुए विभिन्न कार्यक्रमों के प्रथम दिवस टी एल एम निर्माण में स्थानीय सामग्री का अनुप्रयोग कर अध्यन अध्यापन करना | द्वितीय दिवस में एफ एल एन के माध्यम से बच्चों में साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञानर्जन का नवाचारी विकास करना | तृतीय दिवस को खेल के माध्यम से शारीरिक एवं बौद्धिक विकास की प्राप्ति पारम्परिक खेलों द्वारा सुनिश्चित करना | चतुर्थ दिवस बच्चों मेँ सांस्कृतिक क्रिया कलापों द्वारा छात्रों मेँ विविधता में एकता की भावना विकसित कर व्यक्तित्व विकास पर बल देना | पंचम दिवस को कौशल एवं डिजिटल पहल को ई लर्निंग माध्यमो से प्रोत्साहित कर उन्नतशील करना | षष्टम दिवस को मिशन लाइफ और इको क्लब गठन कर एक पेड़ माँ के नाम,वृक्षारोपण और किचन गार्डन विकसित कर प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता लाना |और अंतिम सातवें दिवस को सामुदायिक भागीदारी को विशेष महत्व प्रदान करने सहित जन समुदाय से स्थानीय समुदाय, पालक समूह, पी टी ए, एस एम सी, सहित न्योता भोज आयोजन करना | इसमें अलग अलग दिवसो पर मातृ समूह, किशोर समूह, युवा समूह, दादा-दादी समूह और नागरिक समूह का निर्माण कर उनका सतत और प्रत्यक्ष सहयोग प्राप्त कर बाल केंद्रित और खेल आधरित नवाचारी शिक्षा को बढ़ावा देना इस नई शिक्षा नीति का एक अनिवार्य पहलु है जिससे सम्पूर्ण समाज को जागरूक बनाना और उनके सहयोग से इसके उद्देश्यों की प्राप्ति संभव बनाना है | इस सात दिवसीय शिक्षा सप्ताह में छात्र-छात्राओं ने बड़े ही उत्साहपूर्ण ढंग से भाग लेकर अपने शैक्षिक और मानसिक कौशलों की प्रगति को नई दिशा और गति देने का अनूठे प्रयोग मेँ अपना अनूठा सहयोग प्रदान किया गया | इस मॉनिटरिंग कार्य मेँ जिला और विकासखंड अधिकारियों का सतत एवं सक्रिय सहयोग समय समय पर निरंतर रूप से प्राप्त होता रहा साथ ही शाला शिक्षक समूह द्वारा भी अपना अपना अमूल्य एवं सराहनीय योगदान प्रदान किया गया |
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