राजनांदगांव : संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव में महाकाल भक्त सेना और महाकाल मंदिर समिति सिंघोला के द्वारा पवित्र पावन सावन मास में प्रत्येक वर्ष बाबा चंद्रमौलेश्वर महाकाल की पालकी यात्रा, विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों से निकली जाती है। जोकि अब संस्कारधानी की पहचान बनती जा रही है। शिव भक्तों की मांग शहर के अलग-अलग क्षेत्र में पालकी निकालने हेतु हो रही है। इसी को देखते हुए इस वर्ष गुरुवार 08 अगस्त 2024 को पहली बार शिव मंदिर, मोतीपुर, बापू टोला रोड से महाकाल की पालकी यात्रा निकाली जावेगी।
मोतीपुर से प्रारंभ पालकी शोभायात्रा ममता नगर, तुलसीपुर होते हुए वहां विश्राम करेगी। शहर के इस क्षेत्र में निकल रही पालकी यात्रा को लेकर शिव भक्तों में अपार उत्सव उत्साह देखा जा रहा है। महाकाल भक्त इसकी तैयारी में जुट गए हैं। पालकी यात्रा का प्रारंभ दोपहर 12:00 बजे होगा।
महाकाल भक्त पवन डागा ने जानकारी दी की प्रत्येक सोमवार के अलावा जिले के डोंगरगढ़, खैरागढ़, डोंगरगांव, महाराजपुर आदि जगहों से भी पालकी यात्रा निकल जा रही है।
पालकी यात्रा में यह होंगे विशेष आकर्षण
संस्कारधानी नगरी के वैभव का ध्यान में रखते हुए धार्मिक आस्था से परिपूर्ण पालकी शोभायात्रा में भगवान भोलेशंकर शिव के अनेक रूपों में उनकी वेशभूषा में लोक कलाकार नजर आएंगे, साथ ही एक भव्य झांकी बाबा महाकाल की भी होगी। भजन कीर्तन करते हुए महिलाएं, पुरुष, युवा व बच्चों के साथ ढोल, नगाड़े, झांझ, मंजीरे आदि का भी प्रदर्शन होगा।
पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे महाकाल भक्त महाकाल भक्त सेना एवं मंदिर समिति ने बताया कि बाबा चंद्रमारेश्वर की पालकी यात्रा में महाकाल भक्त पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे। पालकी को उठाने के लिए जो भी भक्त शामिल हो उन्हें आवश्यक रूप से धार्मिक मान्यता का पालन करना अनिवार्य होगा। उक्त जानकारी महाकाल पालकी यात्रा प्रचार प्रसार प्रभारी लक्ष्मण लोहिया ने दी है।



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