सावन के चौथे सोमवार को मंदिरों और शिवालयों के द्वार रात 12 बजे से ही महादेव के दर्शन करने के लिए खोल दिए गए थे. देशभर के शिवालियो में भक्तों की भीड़ सुबह से ही है. श्रद्धालु जलाभिषेक के साथ रुद्राभिषेक कर रहे हैं. साल में पड़ने वाले सावन के हर सोमवार को शिवालयों पर जमकर भीड़ होती है.
हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान शिव को सावन का सोमवार प्रिय है. सावन का आज चौथा सोमवार होने से इसका और ज्यादा महत्व है. वैसे तो भक्त साल भर भगवान शिव की आराधना करते हैं लेकिन ये महिना शिवभक्तों के लिए अपने भगवान के लिए ये समर्पित होता है.
ज्योतिर्लिंगों में भक्तों की भीड़ (Sawan Chautha Somwar)
सावन के चौथे सोमवार ज्योतिर्लिंगों में दर्शन करने के लिए रात से भक्तों की भीड़ लगी हुई है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सुबह भस्म आरती की गई तो वही वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती की गई. आज सावन के चौथे सोमवार के दिन भगवान शिव की विधिवत उपासना करने का महत्व होता है. शिवभक्त व्रत रखने के साथ ही शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा आदि चढ़ाए. फिर भगवान शिव से सुख-समृद्धि और मनोकामना की पूर्ति की प्रार्थना करें.
भगवान शिव को यह चीज करें अर्पित
सावन में भगवान शिव का गंगाजल व पंचामृत से अभिषेक करने से शांति मिलती है. बेलपत्र, भांग, धतूरे, आक के फूल से पूजन करने का प्रावधान है. इसके अलावा पांच तरह के जो अमृत बताए गए हैं उनमें दूध, दही, शहद, घी व शक्कर मिलाकर बनाए गए पंचामृत से भगवान की पूजा विशेष लाभदायी होती है. सावन के महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता हैं.
Comments