शिक्षक नीलकंठ कोमरे को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित होने पर समस्तग्रामवासी एवं प्राथमिक शाला टोलागॉव द्वारा शिक्षक सम्मान आयोजन किए गए

शिक्षक नीलकंठ कोमरे को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित होने पर समस्तग्रामवासी एवं प्राथमिक शाला टोलागॉव द्वारा शिक्षक सम्मान आयोजन किए गए

अम्बागढ़ चौकी-19 सितम्बर 2024  : शिक्षक नीलकंठ कोमरे जो कि ग्राम टोलागांव(ब्राह्मण भेड़ी) का निवासी है जिसे राज्यपाल महामहिम श्री रमेन डेका के हाथों राजभवन में सम्मानित होने पर  शासकीय प्राथमिक शाला टोलागॉव,संकुल केन्द्र बांधा बाजार 1 ,विकास खंड अम्बागढ़ चौकी ,जिला मोहला मानपुर अम्बागढ़ चौकी में शिक्षक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन प्रधान पाठक भजन साहू एवं शाला समिति समस्त ग्रामवासी टोलागॉव द्वारा किया गया था।

सितम्बर को हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति एवं महान शिक्षाविद् डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्र की भावी पीढ़ी को सुसंस्कृत करना, सद्गुणों से युक्त करना एक अच्छे शिक्षक का उत्तरदायित्व है। किसी भी राष्ट्र का आधार उस राष्ट्र का युवा वर्ग होता है। अगर युवा वर्ग को माता-पिता और गुरु द्वारा सही मार्गदर्शन मिले तो वह राष्ट्र की नई ऊंचाइयों को छू सकता है। 

प्रधान पाठक श्री भजन साहू  का सोच है एक भावी नागरिक का निर्माण करना आदर्श शिक्षक के हाथ में है। माता-पिता के बाद अगर किसी का स्थान है तो वह गुरु का है।

शिक्षक दिवस मनाने का तात्पर्य है कि शिक्षक और शिष्य को अपने-अपने कर्तव्य का बोध हो। गुरु की शिष्य के प्रति कैसी भावना होनी चाहिए और शिष्य की गुरु के प्रति कैसी श्रद्धा होनी चाहिए, इन सबका बोध कराने के लिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है। आज की शिक्षा पद्धति में नैतिक मूल्यों का समावेश न होने के कारण शिक्षक और शिष्य दोनों अपने लक्ष्य से विमुख हो गए हैं। शिक्षक का शिष्य के प्रति कोई लगाव नहीं है और शिष्य के मन में भी गुरु के प्रति कोई आदर सत्कार की भावना नहीं है। ऐसी मूल्यविहीन शिक्षा पद्धति से देश का नुक्सान हो रहा है। 

‘गुरु देवो भव:’ के आदर्श को मानने वाले देश में शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए किसी एक दिन की जरूरत नहीं बल्कि उनका आदर तो हमेशा करना चाहिए।

5 सितम्बर का दिन हमारे शिक्षकों के लिए समर्पित है। इस दिन हमें उन सभी का हार्दिक धन्यवाद करना चाहिए जिनसे जीवन में कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है जिनकी छत्रछाया में बैठकर जीवन निर्माण की शिक्षा ली है। अध्यापक हमारे जीवन में उस सूर्य के समान हैं जिसके ज्ञान रूपी प्रकाश से हम अपने जीवन को हमेशा प्रकाशित कर सकते हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों का कर्तव्य बनता है कि वे अपने अध्यापकों का एक दिन के लिए नहीं अपितु जीवन भर सम्मान करें क्योंकि गुरु के द्वारा ही उसने जीवन में सफलता को प्राप्त किया है।

शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए किसी एक दिन की जरूरत नहीं इसलिए राज्यपाल सम्मानित शिक्षक श्री नीलकंठ कोमरे ,सेवानिवृत्त शिक्षक श्री परिहार जी,नांदेश्वर जी का भव्य स्वागत पुष्प गुच्छ ,शॉल एवं मोमेंटो प्रधान पाठक श्री भजन साहू,शिक्षिका श्रीमती रूपेश्वरी साहू सहायक शिक्षक एवं समस्त ग्राम वासी द्वारा भेंट कर सम्मानित किए गए। शिक्षक सम्मान कार्यक्रम में छतीसगढ़ सहायक/समग्र शिक्षक फेडरेशन ब्लॉक अम्बागढ़ चौकी के अध्यक्ष श्री देव कुमार यादव ,तुलसी अम्बादे, राजेश्वर साहू,तामेश्वर साहू,अरुण यादव,संकुल समन्यक बांधा बाजार 1 श्री उद्दल सलामें,संकुल समन्यक बांधा बाजार 2  सोहनकोमरे,राजूनिर्मलकर ,नीलकंठ कोमरे,गणेश राम सोनवानी, रामचंद्र निर्मलकर,अशोक सेवता, अंजोरी राम कोमरे,योगेश्वरी सेवता,अनिता सेवता,प्रदीप साहू ,रूखमणी सोनवानी, ओमप्रकाश कोमरे, रामप्यारा सोनवानी,नेहा कोमरे,चांदनी कोमरे,यशवंत निर्मलकर शाला समिति एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थिति रहे।

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