महात्मा गांधी दर्शन आज अधिक प्रासंगिक है : रन सिंह परमार

महात्मा गांधी दर्शन आज अधिक प्रासंगिक है : रन सिंह परमार

परमेश्वर राजपूत,रायपुर  : राष्ट्रीय एकता परिषद की राष्ट्रीय बैठक में महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर तिल्दा-नेवरा प्रयोग आश्रम में आज एकत्रित हुए हैं। यह दिन हमें उनके महान विचारों और सिद्धांतों को याद करने का अवसर प्रदान करता है। गांधी जी ने सत्य, अहिंसा, न्याय, सर्वधर्म समानत्व, और सामाजिक समावेश के माध्यम से एक न्यायपूर्ण समाज की रचना का सपना देखा था।उसे जमीन पर उतारना आवश्यक है इसलिए गांधी दर्शन आज अधिक प्रासंगिक है।आगे बोलते हुए एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रन सिंह परमार गांधी दर्शन का प्रयोग विभिन्न गांधीवादी आयोजनों मेंं किया है।

गांधी जी का सत्य का सिद्धांत हमें यह सिखाता है कि सत्य की राह पर चलना ही सच्ची विजय है। सत्य की शक्ति इतनी प्रबल होती है कि वह किसी भी अन्याय और अत्याचार को समाप्त कर सकती है। हमें अपने जीवन में सत्य को अपनाना चाहिए और हर परिस्थिति में सत्य का पालन करना चाहिए।

अहिंसा गांधी जी का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत था। उन्होंने हमें सिखाया कि हिंसा से कभी भी स्थायी समाधान नहीं निकल सकता। अहिंसा के माध्यम से ही हम समाज में शांति और सद्भावना स्थापित कर सकते हैं। हमें अपने विचारों, शब्दों और कर्मों में अहिंसा का पालन करना चाहिए।

गांधी जी ने न्याय को समाज का आधार माना। उनका मानना था कि जब तक समाज में न्याय नहीं होगा, तब तक सच्ची प्रगति संभव नहीं है। हमें समाज के हर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए, ताकि हर व्यक्ति को समान अवसर और अधिकार मिल सके।

सर्वधर्म समानत्व गांधी जी का एक और महत्वपूर्ण सिद्धांत था। उन्होंने सभी धर्मों का सम्मान किया और सभी धर्मों को समान माना। हमें भी सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और धार्मिक भेदभाव को समाप्त करना चाहिए। इससे समाज में एकता और भाईचारा बढ़ेगा।

सामाजिक समावेश गांधी जी के विचारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। उन्होंने समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की बात कही। हमें समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास करना चाहिए। इससे समाज में समरसता और समानता स्थापित होगी।

आज गांधी जयंती के इस पावन अवसर पर, हम सभी को गांधी जी के इन महान सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें सत्य, अहिंसा, न्याय, सर्वधर्म समानत्व, और सामाजिक समावेश के माध्यम से एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज की रचना करनी चाहिए।

गांधी वीडियो स्पीच प्रतियोगिता अभियान का उद्देश्य महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाना है। इस अभियान के माध्यम से, हम गांधी जी के सत्य, अहिंसा, न्याय, प्रेम, और समानता पर आधारित समाज की रचना के लिए लोगों को प्रेरित कर सकते हैं।

अभियान के भारत के समन्वयक सुकुमारन ने अभियान की पूरी रूप रेखा का विस्तार से विवरण दिया। ज्ञातव्य है कि यह प्रतियोगिता अमेरिका की गांधियन सोसायटी एवं भारत के राष्ट्रीय युवा योजना द्वारा संयुक्त रूप से संचालन किया जा रहा है।

अभियान के मुख्य उद्देश्य-

गांधी दर्शन का प्रचार-प्रसार: वीडियो स्पीच प्रतियोगिता के माध्यम से, लोग गांधी जी के विचारों को अपने शब्दों में व्यक्त करेंगे। इससे गांधी जी के सिद्धांतों का व्यापक प्रचार होगा और लोग उनके विचारों से प्रेरित होंगे।

सत्य और अहिंसा का महत्व: प्रतियोगिता में भाग लेने वाले वक्ता गांधी जी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर अपने विचार साझा करेंगे। इससे समाज में सत्य और अहिंसा के महत्व को समझने और अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

. न्याय और समानता की भावना:गांधी जी ने हमेशा न्याय और समानता की बात की। इस प्रतियोगिता के माध्यम से, वक्ता इन मूल्यों पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे, जिससे समाज में न्याय और समानता की भावना को बढ़ावा मिलेगा।

 प्रेम और भाईचारे का संदेश:गांधी जी ने प्रेम और भाईचारे को समाज की नींव माना। प्रतियोगिता के माध्यम से, वक्ता इन मूल्यों को अपने भाषणों में शामिल करेंगे, जिससे समाज में प्रेम और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहन मिलेगा।

 सामाजिक समावेश: गांधी जी ने समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की बात कही। इस प्रतियोगिता के माध्यम से, वक्ता सामाजिक समावेश के महत्व पर प्रकाश डालेंगे, जिससे समाज में समरसता और समानता स्थापित होगी।

अभियान की प्रक्रिया-

प्रतियोगिता का आयोजन:विभिन्न स्तरों पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा - स्कूल, कॉलेज, और सामुदायिक स्तर पर। इससे अधिक से अधिक लोग इस अभियान में भाग ले सकेंगे।

वीडियो स्पीच का प्रसारण:प्रतियोगिता में चयनित वीडियो स्पीच को विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों पर प्रसारित किया जाएगा, जिससे गांधी जी के विचारों का व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके।

 प्रशिक्षण और कार्यशालाएं: प्रतियोगिता के साथ-साथ, गांधी जी के विचारों पर आधारित प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे लोग उनके सिद्धांतों को गहराई से समझ सकें।

 पुरस्कार और सम्मान- प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले वक्ताओं को पुरस्कार और सम्मान प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें और अधिक प्रेरणा मिलेगी।

इस प्रकार, गांधी वीडियो स्पीच प्रतियोगिता अभियान के माध्यम से हम गांधी जी के सत्य, अहिंसा, न्याय, प्रेम, और समानता पर आधारित समाज की रचना के लिए जन-मानस को तैयार कर सकते हैं। आइए, हम सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और गांधी जी के सपनों को साकार करें।






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